जिले में ऑनलाइन ठगी का फिर हुए दो शिकार
कोरबा 21 नवम्बर। कोई अनजान व्यक्ति आपके पास आए और नकद रकम की जरूरत बताते हुए अपने किसी रिश्तेदार-परिचित से आपको ऑनलाइन रकम ट्रांसफर कराने की बात कहे, तो सर्तक हो जाएं, क्योंकि अब इस नए तरीके से आपका मोबाइल नंबर, क्यूआर कोड या एकाउंट नंबर मांगकर उसमें गलत तरीके से ऑनलाइन रकम ट्रांसफर कराकर नकदी रकम हासिल कर ठगी की जा रही है।
इसी क्रम में कोरबा शहर के पोड़ीबहार निवासी प्रकाश आहूजा जो मोबाइल दुकान संचालक है और बालको क्षेत्र के कैलाशनगर में रहने वाले वेद प्रकाश जायसवाल बालको बस स्टैंड में ग्राहक सेवा केंद्र का संचालन करते हैं। उक्त दोनों ही व्यापारी एक अंजान युवक की मदद के चक्कर में नए तरीके से ठगी का शिकार हुए हैं। बताया जा रहा हैं की वेद प्रकाश जायसवाल के पास 10 नवंबर को धनतेरस के दौरान शाम 6.30 बजे एक युवक पहुंचा। उसने अपना नाम धरमवीर जाटव बताते हुए त्यौहारी अवधि में कपड़े का सेल लगाने की बात कहते हुए नकदी रकम की जरूरत बताई। उसने मोबाइल पर रकम ट्रांसफर के लिए क्यूआर कोड मांगा। उसकी मदद के लिए प्रकाश ने क्यूआर कोड दिया। युवक ने अपने मोबाइल से फोटो खींचकर किसी को भेज दिया। इसके बाद कुछ रूपए का लेनदेन हुआ। इसके बाद क्यूआर कोड से जुड़े उनके बैंक एकाउंट में लेन-देन बंद हो गया। उन्होंने बैंक जाकर पता किया तो पता चला कि गलत तरीके से रकम ट्रांसफर होने पर पुलिस ने उनका एकाउंट होल्ड करा दिया है। इसी तरह पोड़ीबहार निवासी प्रकाश आहूजा को भी बैंक एकाउंट होल्ड होने पर ठगी होने का पता चला। दोनों मामले की रिपोर्ट पर क्रमशरू सिविल लाइन थाना व बालको थाना में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है।
व्यापारी प्रकाश आहूजा व वेद प्रकाश जायसवाल के बैंक एकाउंट से लेन-देन नहीं हो पाने का कारण उन्हें कुछ समझ में नहीं आया। वे बैंक पहुंचे तो पता चला कि गुजरात के किसी व्यक्ति का पैसा उनके एकाउंट में ट्रांसफर किए गए हैं, जो गलत तरीके से ट्रांसफर किए गए थे। इसलिए गुजरात पुलिस ने व्यापारियों के बैंक एकाउंट को होल्ड कराया, जिससे गुजरात के जिस व्यक्ति का रकम ऑनलाइन ट्रांसफर हुआ है, वह खर्च नहीं कर सके और उसे वापस कराया जा सके। इस तरह ठगों के गिरोह ने गुजरात के व्यक्ति से ऑनलाइन ठगी करते हुए उसके एकाउंट का रकम दूसरों के एकाउंट में भेजा और बहाने से नकदी रकम हासिल कर ली।