जिले में रेल सुविधाओं की कमी, कटौती करने में पीछे नहीं
कोरबा 21 नवम्बर। जिले में रेल सुविधाओं की कमी हमेशा से बनी रही है। यात्री सुविधाओं में भी रेलवे कटौती करने में पीछे नहीं है। सेकेंड एंट्री के विस्तार के लिए एक साल पहले रेलवे की एक संयुक्त सर्वे टीम कोरबा आई थी, लेकिन प्रक्रिया अब तक शुरू नहीं हो सकी।
टीम ने डंपिंग यार्ड के पहले जगह चिन्हांकित किया है। यहां पर यात्री सुविधाएं बढ़ाने की योजना है, लेकिन यहां अब भवन की बजाए टीन के शेड वाली टिकट घर में काउंटर शुरू किया गया है। रेलवे स्टेशन कोरबा में लंबे समय बाद सेकंड एंट्री शुरू की गई है, लेकिन सुविधाएं अब भी बदहाल है। यहां सुविधाओं की कमी की वजह से यात्रियों में नाराजगी है। प्रबंधन ने सेकेंड एंर्ट्री का विस्तार को लेकर एक साल पहले योजना बनाई थी। रेलवे के इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल, कमर्शियल सहित अन्य विभागों की एक संयुक्त टीम को कोरबा पहुंची थी। बताया गया था कि विस्तार का काम डंपिंग यार्ड के पहले ही होगा। गौरतलब है कि वर्ष 2016 में सेकेंड एंट्री बनाया गया गया था। यहां भवन, बाउंड्रीवाल, पेजयल के लिए स्लैब, वाहनों पार्किंग से लेकर गार्डनिंग भी किया गया था, लेकिन मानिकपुर साइडिंग की वजह से व्यवस्था चरमरा गई है। अब यही सुविधाएं सडक के पार कराई जाएगी। नया सेकेंड एंट्री निर्माण के लिए जगह से लेकर सभी विभाग के अधिकारियों ने प्रपोजल सहित अन्य कार्य तैयार कर लिए गए हैं। इस संबंध में जोन को कार्य की जानकारी दी गई है। बताया जा रहा है कि अब जोन से मंजूरी का इंतजार है। सेकेंड एंट्री का विस्तार होने के बाद एफओबी (पैदल ओवरब्रिज पुल) को बढ़ाने पर भी चर्चा की गई थी।
वर्तमान में मार्ग पर भारी वाहनों का दबाव रहता है। बारिश के दिनों में कीचड़ और मौसम साफ होने पर धूल से लोग खासे परेशान हो रहे हैं। नए सेकेंड एंट्री बनने के बाद लोगों को सडक़ पार नहीं करना होगा। यात्री सेकेंड एंट्री के एफओबी से चढकर सीधे प्लेटफार्म पर पहुंचेंगे। वहीं भारी वाहनों का परिचालन ब्रिज के नीचे से होकर गुजरेगी। इससे यात्रियों को आवाजाही में सुविधा होगा।