गजराजों का आतंक जारी: पिछले तीन दिनों में उत्पात मचाते हुए फसलों को किया सफाया

ग्रामीणों ने जान-माल की सुरक्षा के लिए प्रशासन व वन विभाग से लगाई गुहार

कोरबा 23 सितम्बर। जिले के कटघोरा वन मंडल में गजराजों का आतंक थमने की बजाय और भी बढ़ता जा रहा है। यहां के पसान रेंज में केंदई वनपरिक्षेत्र से धमके गजराजों के दल ने पिछले तीन दिनों में भारी उत्पात मचाते हुए रेंज अंतर्गत सेमरहा सर्किल के पांच गांव में लगभग सभी ग्रामीणों की फसल का सफाया कर दिया है। जिससे ग्रामीणों ने गहरा आक्रोश है आक्रोशित ग्रामीणों ने जिला प्रशासन व वन विभाग से जान-माल के सुरक्षा की गुहार लगाई है। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगे 15 दिवस के भीतर पूरी नही होती तो उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगें।

जानकारी के अनुसार कटघोरा वन मंडल के जंगलो में इस समय 48 गजराज सक्रिय है। गजराजों का यह दल अबतक केंदई रेंज को अपना बसेरा बनाकर वहां उत्पात मचा रहा था। लेकिन दो दिनों पूर्व केेंदई में सक्रिय 41 हाथियों का दल पसान परिक्षेत्र पहुंच गया है। और क्षेत्र में भारी उत्पात मचा रहा है। इस दौरान गजराजों के दल ने पसान रेंज के अंतर्गत सेमरहा सर्किल में स्थित सेमरहा, हरदेवा, खदौहा पारा, बोदरा डांड तथा बर्रा में लगभग सभी ग्रामीणों के फसल को सफाया कर दिया है। सर्किल में बड़ी संख्या में मौजूद गजराजों द्वारा फसलो को तहस.नहस किए जाने से ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है। ग्रामीण मैदानी अमले पर अपना गुस्सा उतार रहे है। और उन्हें भला बुरा सुना रहें है ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग की लापरवाही के चलते उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वन विभाग गजराजों पर काबू नही कर पा रहा है। फलस्वरूप वें खेतों में पहुंचकर फसलो का लगातार नुकसान पहुंचा रहे है। इस बीच खतरनाक लोनर हाथी चेतक, केंदई रेंज के ग्राम रोदे पहुंच गया है। लोनर ने क्षेत्र में फसल के नुकसान पहुंचाया है। हालाकि वन विभाग इसकी ट्रेकिंग में लगा हुआ है। ड्रोन कैमरे कि अलावा निगरानी दल से लोनर की निगरानी कराई जा रही है। बावजूद इसके लोनर हाथी कै मरे व निगरानी दल की नजर से ओझल हो जाता है। जिससे खतरा बढ़ जाता है। खतरनाक लोनर के क्षेत्र में विचरण करने से ग्रामीणों में दहशत का माहोल है।

क्षेत्र के भयभीत ग्रामीणों ने जिला प्रशान व वन विभाग से हाथी पीडि़तो को उचित मुआवजा देेने तथा जान.माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है। रोदे सरपंच श्रीमती सुशीला कंवर एवं अन्य जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में हाथी प्रभावित गांव के लोगों ने पोड़ी.उपरोड़ा अनुविभागीय कार्यालय तथा वनमंडलाधिकारी कार्यालय कटघोरा पहुंचकर उन्हें जिलाधीश के नाम ज्ञापन सौंपा जिसमें जान.माल की सुरक्षा के साथ उचित मुआवजा की मांग की गई है। ज्ञापन में कहा गया कि जिले के केंदई एवं पसान वन परिक्षेत्र पिछले पांच वर्षो से हाथी उत्पात बना हुआ है। जिससे जान-माल की हानि हो रही है। क्षेत्र में दहशत का मौहाल बना हुआ है। मांग है कि हाथी प्रभावित क्षेत्र के लोगों को दलहन, तिलहन व धान फसल मुआवजा प्रति एकड़ 60 हजार रूपये दिए जाए। मकान मुआवजा दो लाख दिया जाए वन्य प्राणी से मृत्यु होने पर पीडि़त परिवार को पचास लाख देने के साथ एक व्यक्ति को शासकीय नौकरी दी जाए। पालतू जानवर की मौत पर 50 हजार दिए जाए। जंगली क्षेत्र में निवासरत आवासहीन व्यक्तियों को आवास दिया जाए। हाथी मित्र दल के सदस्यों का 50 लाख का बीमा कराया जाए।

Spread the word