उमस से निजात पाने मां-बेटे ने किया धतूरा का सेवन, हालत गंभीर

कोरबा 19 सितंबर। सोमवार की सुबह दस बजे शहर के मानस नगर में निवासरत मां.बेटे की हालत शिव लिंग में चढ़े धतूरा को खाने से गंभीर हो गई। जिला मेडिकल कालेज अस्पताल में दोनों का उपचार जारी है। उमस से निजात मिलने की भ्रांति के कारण धतूरा खाने से यह दशा हुई।

अंधभक्ति और गलत मान्यता का पालन करने का परिणाम मानस नगर निवासी बालमुकुंद विश्वकर्मा व उसकी मां निर्मला विश्वकर्मा को भुतगतना पड़ा। बालमुकुंद राज मिस्त्री का काम करता है। इन दिनों वर्षा व धूप के चलते उमस का असर तेज है। ऐसे में वह उमस से परेशान रहता था। निर्मला को किसी ने बताया था कि शंकर भगवान में चढ़े धतूरा को पीस कर खाने से उमस व गर्मी से निजात मिलती है। वह घर के आंगन में ही स्थापित शिवलिंग में चढ़े हुए धतूरा को ले आई। मिक्सी मशीन से पीस कर दोनों ने पी लिया। फिर क्या था उनकी सेहत बिगड़ती चली गई। कुछ समय बाद दोनों को बेहोशी आने लगी। स्वजनों को जब इस बात की जानकारी हुई तब दोनों को मेडिकल कालेज जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जिला मेडिकल कालेज के अधिकारी ने बताया कि मां-बेटे का इलाज अभी जारी है व खतरे से बाहर हैं।

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