हाथियों का आतंक जारी, घर पर सो रही महिला को हाथी ने कुचल कर मार डाला
कोरबा 12 सितम्बर। हाथी समस्या से दहशतजदा कटघोरा फारेस्ट डिविजन के कई गांवों में लगातार हमले बढ़ रहे हैं और इनमें कई प्रकार के नुकसान हो रहे है। 48 घंटे के भीतर इस क्षेत्र में तीसरी मौत हो गई। पसान रेंज के पनगवां आउटर पर घर पर सो रही एक महिला को हाथी ने कुचल कर मार डाला। झुंड से अलग होने के बाद वह आक्रोशित था। कुछ घंटे पहले ही कटघोरा डीएफओ इस गांव से लौटे थे, जिसके बाद यह घटना हुई।
जिला मुख्यालय से लगभग 95 किमी दूर पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड और फारेस्ट के पसान रेंज में स्थित है पनगंवा, जहां पर आज सुबह 04 बजे यह दर्दनाक घटना हुई। 84 वर्षीय सोनकुंवर की इसमें मौत हो गई। हैरान करने वाली बात यह रही कि महिला को सोई हुई स्थिति में हाथी ने अपने पैरो तले कुचलकर मार डाला। गांव के आउटर पर महिला का घर है, जहां पर वह घटना दिवस को मौजूद थी। जानकारी के आधार पर बताया कि पसान रेंज में हाथियों के उत्पात की समस्या काफी दिनों से बनी है। इसे लेकर सीसीएफ राजेश चंदेल और डीएफओ कुमार निशांत ने एक दिन पहले ही केंदई क्षेत्र का दौरा किया था। इस कड़ी में डीएफओ ने जनजागरूकता के लिए पनगवंा गांव में पिछली रात स्टाफ के साथ कैंप किया। रात्रि लगभग 12 बजे वनाधिकारी और कर्मी यहां से लौट गए। इसके चार घंटे बाद गांव में हाथियों की पहुंच हुई और उसके बाद दर्दनाक घटना में ग्रामीण महिला सोनकुंवर की जिंदगी समाप्त हो गई। इस घटनाक्रम से इलाके में शोक के साथ लोगों की नाराजगी और ज्यादा बढ़ गई है। मामले की जानकारी होने पर वन और पुलिस की टीम आज सुबह पनगवां पहुंची। शव का पंचनामा करने के साथ उसे पसान पीएचसी भेजा गया, जहां पोस्टमार्टम की कार्रवाई करायी गई।
पता चला है कि रात्रि को ही इस गांव में बड़ी संख्या में हाथियों का झुंड पहुंच गया था। लोगों को इसकी भनक लगी तो वे सतर्क हुए और अपने स्तर पर खदेडऩे का काम शुरू किया। दबाव बनने पर हाथियों ने अपनी दिशा बदल ली। इसी झुंड से एक हाथी अलग हो गया और उसने गांव के सीमांत क्षेत्र पर स्थित घर को निशाने पर लिया। भीतर सो रही महिला के लिए यह रात अंतिम साबित हुई। इलाके के जानकारों का कहना है कि हाथी उत्पात की समस्या को नियंत्रित करने के लिए वन विभाग अपने स्तर पर जतन कर रहा है। हाथी मित्रदल से लेकर कई फार्मेट पर काम किया जा रहा है। बार-बार मुनादी के साथ अन्य संबंधित काम जारी है। ऐसे में वन विभाग की सलाह को अनसुना करने के साथ जब लोग खुद हाथियों को भगाने जोखिम लेते हैं तो ऐसे में दुष्परिणाम सामने आते ही हैं।
पनगंवा में हाथी के हमले में मृत सोनकुंवर नामक महिला के परिजनों को प्रारंभिक क्षतिपूर्ति के रूप में 25 हजार रूपए की राशि प्रदान की गई है। शेष राशि प्रक्रिया पूरी करने के बाद उपलब्ध करायी जाएगी। सभी प्रभावित क्षेत्र में लोगों को सतर्क और सावधान किया गया। ग्रामीणों की मांग पर क्षेत्र में जंगल के बीच स्थित घरों के चारों ओर फेंसिंग तार लगाने तथा हाथी प्रभावित गांवों में टॉर्च व मशाल वितरण करने का निर्देश दिया गया है।