कार की चपेट में आकर बाइक सवार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की मौत
कोरबा 03 सितंबर। राष्ट्रीय राजमार्ग 130 में एक बार फिर हुई दुर्घटना में एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की मौत हो गई। स्कूल से काम खत्म कर घर लौट रहे बाइक सवार इस कर्मी की टक्कर कार से हो गई। घटना में बाइक सवार कर्मचारी की स्थल पर ही मौत हो गई। वहीं कार डिवाइडर में लगे खंभे से जा टकराई। इससे क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिस मामला कायम कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जानकारी के अनुसार घटना शनिवार की दोपहर ग्राम करतली की ओर से आ रहे बाइक क्रमांक में ग्राम ढुकुपथरा निवासी व माध्यमिक शाला करतली संकुल में चतुर्थ वर्ग कर्मचारी गजपाल सिंह श्याम 37 वर्ष छुट्टी होने पर घर लौट रहा था। इसी बीच राष्ट्रीय राजमार्ग में क्रासिंग के दौरान बिलासपुर की तरफ से तेज रफ्तार आ रहे कार क्रमांक सीजी 16 सीजे 3882 के चालक ने जोरदार टक्कर मार दी, इससे गजपाल छिटककर दूर जा गिरा और गंभीर चोटें लगने से मौके पर मौत हो गई। वहीं कार भी अनियंत्रित होकर सड़क के डिवाइडर व खंभे से जा टककराई। दुर्घटना के वक्त वहां से गुजर रही ग्राम पंचायत डोंगानाला की सरपंच पत्रिका खुरसेंगा आहतों के मदद के लिए रुकी व डायल 112 को सूचना दी।पुलिस के पहुंचने पर घायल बाइक सवार को उपचार के लिए अस्पताल ले गए, पर मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस शव का पोस्टमार्टम करा स्वजनों को सौंप दिया।
राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण कंपनी द्वारा उक्त क्रासिंग पर ओवर ब्रिज नही बनाए जाने पर क्षेत्र के लोगों में नाराजगी व्याप्त है। मजबूरी में रोड पार करने वाले लोगों का कहना है कि सड़क निर्माण कंपनी की अनदेखी का ही दुष्परिणाम है कि दुर्घटनाएं घटित होने लगी है। राष्ट्रीय राजमार्ग नेशनल हाईवे बनने के दौरान ही करतली. हरदीबाजार मार्ग क्रासिंग पर अंडर या ओवर पास बनाने की मांग आसपास अनेक पंचायतों के सरपंचों व ग्रामीणों ने करते हुए स्थानीय विधायक को भी अवगत कराया है, पर अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई। पाली से ग्राम करतली होते हुए हरदीबाजार पीएमजीएस पहुंचमार्ग पर वन विभाग विश्रामगृह के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग 130 पर ओवर ब्रिज निर्माण नही होने से इस मार्ग पर आवागमन करने वाले लोगों को यहां पर जान सांसत में डाल कर क्रासिंग पार कर आने-जाने की मजबूरी बनी हुई है। उक्त मार्ग रंगोले, करतली, पुटा, उड़ता से होते हुए नुनेरा-बांधाखार और नोनबिर्रा से होकर हरदीबाजार को जोडऩे का प्रमुख शार्टकट रास्ता है और इसमें चौबीसों घंटे आवागमन बना रहता है। लेकिन फोरलेन सड़क निर्माणकर्ता मेसर्स दिलीप बिल्डकान कंपनी द्वारा वन विभाग विश्राम गृह के पास ओवर ब्रिज निर्माण में अनदेखी के फलस्वरूप मार्ग क्रासिंग करने वालों को जान जोखिम में डालकर व्यस्ततम मार्ग को पार करना पड़ रहा है।