हाथी हुए फिर आक्रामक, गेरांव में फिर मचाया उत्पात
कोरबा 26 जुलाई। वन मंडल कोरबा के गेरावं गांव में 12 हाथियों का दल लगातार दूसरे दिन उत्पाद मचाते हुए ग्रामीणों के धान की फसल को रौंद दिया है। कुदमुरा के चचिया परिसर से बाहर निकलते ही हाथी अब आक्रामक हो गए हैं। हाथियों द्वारा लगातार उत्पात मचाये जाने से ग्रामीण काफी भयभीत है। वनविभाग द्वारा पिछले दो दिनों से क्षेत्र में डेरा जमाये उत्पाती हाथियों को खदेडऩे का प्रयास किया जा रहा है। लेनिक इसमें कोई विशेष सफलता नहीं मिल पा रही है।
हाथियों का दल वन अमला द्वारा खदेड़े जाने पर कुछ दूर आगे बढ़ता है लेकिन फिर वापस लौट जाता है। फलस्वरूप हाथियों का क्षेत्र में आंतक जारी है। बीती रात फिर हाथी द्वारा गेरांव में उत्पात मचाये जाने तथा खेतों में लगे धान की फसल को रौंदे जाने की सूचना दिए जाने पर वन विभाग का अमला आज मौके पर पहुंचा और नुकसानी का आकंलन करने के साथ ही रिपोर्ट तैयार करने में जुट गया है। डिप्टी रेंजर कोरकोमा श्री केशरवानी ने बताया कि वन विभाग द्वारा हाथियों की लगातार निगरानी की जा रही है। गेराव तथा आसपास के गांवों में लगातार मुनादी कराकर ग्रामीणों को सचेत किया जा रहा है। बीती रात हाथियों के उत्पात में इतना नुकसान हुआ यह आंकलन के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। लेकिन एक अनुमान के मुताबिक ताजा उत्पात में हजारों रूपये का नुकसान ग्रामीणों को उठाना पड़ा है।
उधर कटघोरा वन मंडल के पसान केंदई व जटगा रेंज में हाथियों की सक्रियता लगातार कायम है। यहां बड़ी संख्या में हाथी अलग-अलग झुंडों में विचरण कर रहे हैं। पसान रेंज के बनिया गांव में 5 तथा सेमहरा में 7 हाथियों को आज विचरण करते हुए देखा गया। जिसके पश्चात ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी, जिस पर उसका अमला मौके पर पहुंचकर हाथियों की निगरानी में जुट गया है। वन विभाग की ओर से यह कोशिश किया जा रहा है कि हाथी जंगल में ही बने रहे और किसी भी हालत में रिहायसी क्षेत्र में न पहुंचने पाये।