चेन्नई से लौटे कामगार ने सदमे में लगाई फांसी
कोरबा 25 जुलाई। तमिलनाडू की राजधानी चेन्नई से लौटे एक कामगार ने अपने भाई के घर में फांसी लगा ली। परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। मर्ग कायम करने के साथ मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जानकारी के अनुसार कोरोना काल में विगत 2019-20 के दौरान कोरबा के पसान थाना क्षेत्र के कोरबी चौकी क्षेत्रांतर्गत ग्राम मिसिया से चेन्नई में एक बोर कंपनी में संतराम गोड़ उम्र 48 पिता बुद्धा सिंह गोड़ कार्य करने गया था। वहां से लौटने के बाद वापस घर आया था। पिछले वर्ष भी वहां गया था। चेन्नई से लौटते वक्त कई माह वह बंगलौर, कर्नाटक में ही एक फैक्ट्री में बतौर असंगठित कामगार के रूप में काम करते रहा। इस दौरान उसने 80 हजार रूपए वहां एसबीआई में जमा किया था। वहां से तीन माह पूर्व वह लौट कर कोरबा अपने गृहग्राम मिसिया पहुंचा था। यहां उसे रूपयों की आवश्यकता महसूस होने पर चेन्नई एवं बंगलौर दोनों जगह से बचत कर बैंक में जमा किये गए रूपये को निकालने के लिए प्रयास किया तो एसबीआई का शाखा नहीं होने के कारण अपने छोटे भाई अर्जुन सिंह उम्र 35 के यहां मोरगा चौकी क्षेत्रांतर्गत ग्राम बोटोपाल कल सुबह पहुंचा।
बताया जाता है कि यहां भी उसे बैंक में खाता खुलवाने में कुछ दिक्कतें आयी तो मोरगा से वापस अपने भाई के घर कल अपरान्ह 4 बजे के लगभग निराश होकर पहुंचा। भाई के परिवार के सदस्य इधर-उधर काम में व्यस्त हो गए तो उसने घर के पटाव में लायलोन की रस्सी से फांसी का फंदा बनाकर अपनी ईह लीला समाप्त कर लिया। शाम को 5 बजे के लगभग उसका भाई अर्जुन सिंह ने देखा कि बड़े भाई ने फांसी लगा लिया है तो इस घटना की सूचना उसने ग्राम कोटवार के साथ मोरगा चौकी पहुंचकर दिया। मोरगा चौकी प्रभारी अश्वनी निरंकारी ने घटना स्थल पहुंचकर मृतक के शव को पंचनामा कार्रवाई के बाद उसे फंदे से उतरवारकर उसे पीएम के लिए पोड़ी उपरोड़ा सीएचसी के चीरघर भिजवा दिया।