जिल्गा व कलमीटिकरा में घूम रहे हाथियों का दल
कोरबा 30 जून। जिले के कटघोरा एवं कोरबा वनमंडल में बड़ी संख्या में हाथियों का दल विचरण कर रहा है। हाथियों के इन दोनों ही डिविजनों में मौजूदगी ने ग्रामीणों के साथ-साथ वन विभाग की परेशानी बढ़ा दी है। जहां ग्रामीण हाथियों के डर से अपने खेती-किसानी संबंधी जरूरी कामकाज नहीं निपटा पा रहे हैं वहीं वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी निगरानी में व्यस्त रहने के कारण विभागीय कामकाज नहीं कर पा रहे हैं। वन विभाग के अधिकारियों के समक्ष हाथियों को रिहायशी क्षेत्र में आने से रोकने की चुनौती बनी हुई है।
जानकारी के अनुसार कोरबा वनमंडल के कुदमुरा रेंज में इन दिनों 53 हाथी घूम रहे हैं। इनमें 35 हाथी कलमीटिकरा तथा 18 हाथी जिल्गा सर्किल के जंगल में हैं। जिल्गा सर्किल में सक्रिय हाथियों ने बीती रात उत्पात मचाते हुए ग्रामीणों के बाड़ी व खेत में लगे कटहल व आम को खाने के साथ ही पौधों को भी तहस-नहस कर दिया। जबकि कलमीटिकरा क्षेत्र में घूम रहे हाथी अभी शांत हैं। जिल्गा परिसर में सक्रिय हाथियों के दल को आज सुबह ग्रामीणों ने धवल नाला में पानी पीते हुए देखा और इसकी सूचना वन विभाग को दी। जिस पर वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचकर हाथियों की निगरानी में जुट गए हैं। उधर कटघोरा वनमंडल के एतमानगर, जटगा व सिरमिना क्षेत्र में भी हाथियों का दल विचरण कर रहा है। बड़ी संख्या में हाथियों के क्षेत्र में घूमने के कारण ग्रामीण दहशत में हैं और डर के मारे अपने-अपने घरों में रात होते ही दुबक जा रहे हैं। हालांकि वन विभाग द्वारा क्षेत्र में सक्रिय इन हाथियों को खदेडऩे की कोशिश की जा रही है लेकिन अब तक इसमें सफलता नहीं मिल पा रही है। वन अमला द्वारा खदेड़े जाने पर हाथी कुछ दूर आगे बढ़ते हैं लेकिन फिर वापस लौट जाते हैं।