कोरबा: अवैध शराब की आड़ में भयादोहन में जुटा आबकारी अमला
ठेकेदारों की तर्ज पर पण्डों के साथ देते हैं दबिश
कोरबा 11 जून। जिले का आबकारी अमल अवैध शराब बिक्री पर रोक लगाने के नाम पर शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में लोगों का भयादोहन कर रहा है। ठेकेदारों की तर्ज पर जिले भर में कई बाहरी लोगों का उपयोग छापामारी में किया जा रहा है, जो लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने में भी पीछे नहीं रहते। ऐसा ही एक मामला शनिवार को कोरबा में और दूसरा मामला कोरकोमा गांव में हुआ है।
जानकारी के अनुसार रामनगर बाईपास रोड कोरबा निवासी कलशमति बंजारे पति लखनराम बंजारे 60 वर्ष के घर पर शनिवार 10 जून 2023 की सुबह करीब 7 बजे आबकारी विभाग के अधिकारी अग्रवाल ने 5 से 6 लोगों के साथ छापा मारा। सभी जबरिया घर के अंदर घुस कर तलाशी लेने लगे। उन्होंने अलमारी सहित किचन, बेडरूम में रखे कपड़ा बिस्तर की तलाशी ली। इसी बीच अलमारी की भी तलाशी ली गई, जिसमें 5000 रुपया नगद रखा हुआ मिला, जिसे शराब बेचते हो कहते हुए बिक्री की रकम बता कर अपने पास रख लिए।
कलशमति बंजारे ने बताया कि उसके द्वारा मना करने पर गंदी गंदी गालियां देते हुए उसे जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल करते हुए अश्लील गली गलौच की गई। उसे दो थप्पड़ मारा गया और कहा गया कि तू घर पर शराब छुपा रखी है। बता कहाँ रखी है शराब। इस बीच उसका भतीजा मोहन बंजारे ने घटना का विरोध किया। अगल- बगल के लोग भी वहां एकत्रित हो गए, जो घटना को देख रहे थे। इसके बाद आबकारी अधिकारी अग्रवाल
के निजी कर्मचारियों के द्वारा भी पीटा गया। इस दौरान सभी कर्मचारी पुरुष थे और मुझे लगातार गाली देते रहे। कलशमति बंजारे को बांह पकड़कर उसके भतीजा सहित जबरन स्कॉर्पियो वाहन में बैठाकर पंप हाउस कोरबा स्थित आबकारी कार्यालय में ले गए। वहां आने के बाद कलशमति बंजारे से कई तरह के कागजों में साइन करने को कहा गया। कलशमति बंजारे ने बताया गया कि वह पढ़ी-लिखी नहीं है। उसने साइन करने से इनकार किया, जिसके बाद बलपूर्वक अंगूठे को पकड़कर आबकारी अधिकारी अग्रवाल और उसके निजी कर्मचारियों के द्वारा अंगूठा लगवा लिया गया। साथ ही कार्यालय में पहले से रखे प्लास्टिक के जरकिन को अगल-बगल रख कर उसके भतीजे का फोटो खींच लिया गया। कलशमति बंजारे ने आरोप लगाया है कि उससे और उसके भतीजे से 40- 40 हजार रुपए की मांग की गई और कहा गया कि जब तक रुपये नही दोगे, तब तक तुम्हें यहां से नहीं जाने दिया जाएगा और शराब बनाने और बेचने के आरोप में तुम दोनों को जेल भेज दिया जाएगा। बताया गया है कि आबकारी अधिकारी अग्रवाल व कर्मचारियों के द्वारा 2 दिन का मोहलत देते हुए 80000 रुपए की मांग की गई है। देखें वीडियो-
शनिवार की सुबह ही ऐसा ही एक अन्य मामला सामने आया। रजगामार पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम कोरकोमा में लक्ष्मी सारथी निवास करता है। प्रतिदिन की तरह लक्ष्मी काम पर गया हुआ था। घर में उसकी पत्नी अकेली थी। वह अपने घर का काम निपटा रहीं थी। इसी दौरान घर के सामने सफेद रंग की स्कार्पियों वाहन पहुंची। इस वाहन में चार पांच की संख्या में लोग सवार थे। इनमें कुछ आबकारी विभाग के वर्दीधारी जवान तो कुछ सादे कपड़े में थे। वे दनदनाते हुए लक्ष्मी के घर भीतर घुस गए। उन्होनें घर की तलाशी लेनी शुरू कर दी। वे काफी देर तक घर के भीतर शराब अथवा नशीले पदार्थ की खोजबीन करते रहे, लेकिन कुछ भी हाथ नहीं लगा। इसके बाद मायुस अमले ने महिला से पूछताछ शुरू कर दी। उनके सवालों का जवाब महिला देती रही। उनके बातों से परेशान होकर महिला ने उल्टा सवाल पूछना शुरू कर दिया। उसने बिना अफसर व महिला कर्मचारी सूने मकान में दबिश पर सवाल उठाया। इससे नाराज आबकारी अमले ने महिला से अभद्रता करते हुए लाठी से हमला कर दिया गया। जिससे महिला को चोटें आई। इस बीच कुछ ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो चुके थे। वहीं आबकारी अमले की छापा की खबर पर परिजन भी आ पहुंचे। महिला के साथ हाथापाई की खबर से ग्रामीणों को आक्रोशित होते देख आबकारी अमल वाहन को घुमाकर कोरबा की ओर लौट गया।
जानकारी के अनुसार सम्पूर्ण कोरबा जिले में आबकारी विभाग का अमला इसी तर्ज पर लोगों का भयादोहन कर रहा है। ठेकेदारों की तरह विभागीय अफसरों के पंडा पल रखा है, जो लोगों को प्रताड़ित करते हैं। बताया जाता है कि जिले में करीब 20 पण्डे काम कर रहे हैं, जिनका भुगतान अवैध वसूली की रकम से किया जाता है।
आपको बता दें कि करीब दो माह पहले भी ऐसी ही एक घटना हुई थी। रामपुर विधान सभा क्षेत्र के एक परिवार को पम्प हाउस वार्ड के कार्यालय में बिठा दिया गया था। इस बात की सूचना रामपुर विधायक ननकीराम कंवर को हुई और वे आबकारी आफिस आये तो उनके आने की खबर पाकर ग्रामीण परिवार को छोड़ दिया गया और आबकारी अमला दफ्तर में ताला लगाकर गायब हो गया था। इसी घटना के बाद विधायक ने खुले मंच से शराब पकड़ने आने वाले लोगों की पिटाई करने की अपील ग्रामीणों से की थी।