हाथियों का उत्पात जारी: दो जगह तोड़े मकान, लोगों को भेजा सुरक्षित जगह

कोरबा 23 मई। जिले के कटघोरा वनमंडल के पसान रेंज में सक्रिय 5 हाथियों का दल बीती रात सर्किल पसान के भर्रापारा व खोडरी में दो ग्रामीणों के मकान को ढहाकर मरवाही वन परिक्षेत्र की सीमा में प्रवेश कर लिया है। उत्पाती हाथियों को खदेडऩे के लिए वन विभाग के अमले को आगे आना पड़ा। कल शाम को क्षेत्र में हाथियों के पहुंचने की सूचना वन अमले को मिल गई थी जिस पर बीएफओ के नेतृत्व में वन अमला गांव पहुंच गया था तथा गांव में मुनादी कराने के साथ ग्रामीणों को सतर्क कर दिया गया था। वहीं सुनसान क्षेत्र में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था।

जानकारी के अनुसार हाथियों का दल और भी बड़ा नुकसान करता लेकिन वन विभाग ने यहां पर सक्रियता का परिचय दिया और तत्काल मौके पर पहुंचकर हाथियों के उत्पात को रोका। जानकारी के अनुसार हाथियों का दल कल शाम 5 बजे के बाद जंगल से बाहर निकला और भर्रापारा तथा खोडरी गांव में पहुंच गया। हाथियों के अचानक पहुंचने से ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई। इसी बीच किसी ने इसकी सूचना वन अमले को दी जिस पर अमला तत्काल मौके पर पहुंचा और हाथियों को खदेडऩे की कार्रवाई की। काफी मशक्कत के बाद हाथियों को खदेडऩे में उसे सफलता मिली। खदेड़े जाने पर हाथियों ने जंगल का रूख किया। वन अमला लगातार हाथियों की निगरानी करता रहा। सुबह होने पर जब हाथियों के दल ने पसान की सीमा को पार कर मरवाही में प्रवेश किया तो वन अमला वापस लौटा और हाथियों द्वारा पसान सर्किल में रात में किये गए नुकसानी का आंकलन किया। हाथियों ने उत्पात के दौरान भर्रापारा निवासी सोनाबाई पति रामभरोस तथा खोडरी में पद्मन सिंह पिता गोधूराम के मकान को ढहा दिया। इधर कोरबा वनमंडल के पसरखेत रेंज में 41 हाथी अभी भी विचरणरत है। हाथियों के दल को सर्किल के जंगल में आज सुबह देखा गया। ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना दिए जाने पर वन विभाग का अमला मौके पर पहुंच गया है और गांवों में मुनादी कराने के साथ ही ग्रामीणों को सतर्क कर दिया है।

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