नन्दकुमार साय: सामूहिक दल बदल में हुए असफल, तो अकेले ही चले गए कांग्रेस में

रायपुर 17 मई। भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए नंद कुमार साय ने दावा किया है कि और कुछ भाजपा नेता पार्टी छोड़ कांग्रेस ज्वाईन करने वाले है। उन्होंने कहा- “मैं किसी बीजेपी नेता से नहीं कह रहा कांग्रेस में आओ, लेकिन कुछ लोग इस बारे में मुझसे फ़ोन पर बात करते है।”

ताजा-ताजा कांग्रेसी बने नन्दकुमार साय के इस दावे के ठीक उलट यह बताया जा रहा है कि वे पिछले छः माह से अपने सम्पर्क में रहने वाले भाजपा नेताओं को दल बदल करने के लिए तैयार कर रहे थे, लेकिन कामयाब नहीं हुए।

भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार नन्दकुमार साय किसी बड़ी डील के तहत कांग्रेस में शामिल हुए हैं। वह डील क्या है यह आने वाले दिनों में स्पष्ट हो सकेगा। सूत्रों ने बताया है कि नन्दकुमार साय गत छः माह से भाजपा के उन वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं को लगातार दल बदल के लिए राजी करने का प्रयास कर रहे थे, जिन्हे वह अपना करीबी समझते थे। एक भाजपा नेता ने बताया कि चार माह पहले उनके पास नन्दकुमार साय का फोन आया था। नन्दकुमार साय ने उनसे कहा कि- ” अच्छा मौका है, दो चार करोड़ कमा लो। ट्रांसफर पोस्टिंग या जो भी काम हो तुरन्त होगा।” सूत्र ने बताया कि उन्होंने दल बदल से साफ इनकार कर दिया।

जानकारी के अनुसार अलग अलग लोगों से लगातार सम्पर्क करने पर भी नन्दकुमार साय को अपने प्रयास में कामयाबी नहीं मिली। इसके बाद वे अकेले ही कांग्रेस में शामिल हो गए। सरगर्म चर्चा है कि नन्दकुमार साय को जल्द ही किसी निगम मण्डल में अध्यक्ष बनाकर केबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जा सकता है। लेकिन दल बदल के एक पखवाड़े बाद भी नियुक्ति नहीं मिलने के कारण वे भाजपा से बड़ी संख्या में दल बदल होने की बात कह रहे हैं।

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