भ्रांतियां दूर हुई, रक्तदान को लेकर आगे आ रहे लोग

कोरबा 10 मई। मेडिकल कॉलेज की स्थापना होने के बाद मरीजों को लगने वाले रक्त की मांग में बढ़ोतरी हुई है। जिले के सरकारी ब्लड बैंक के द्वारा इसकी पूर्ति की जा रही है। कई सामाजिक संस्थाएं और जनसामान्य के द्वारा रक्तदान करने से मरीजों की सहायता की जानी संभव हो रही है।

एक्सीडेंट, ऑपरेशन, प्रसव आदि मामलों में मरीजों को रक्त की आवश्यकता होती है। कोरबा में मेडिकल कॉलेज की शुरुआत होने के साथ मरीजों की संख्या में ना केवल बढ़ोतरी हुई है बल्कि लगातार ऐसे मामलों के लिए ज्यादा रक्त की आपूर्ति करने का दबाव बढ़ा है। सामान्य स्थिति में हर महीने 450 यूनिट रक्त की उपलब्धता कराई जाती रही हैं लेकिन अब मात्रा को बढ़ाना जरूरी हो गया है। वर्ष 2022 में सरकारी अस्पताल के द्वारा 4565 यूनिट रक्त मरीजों को देने की व्यवस्था की गई।

बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले मरीजों को लेकर कई प्रकार की समस्याएं होती हैं इसलिए उनके मामले में ब्लड बैंक बिना किसी डोनर के रक्त मुहैया कराता है। लोगों को लगातार जागरूक किया जाता रहा है कि अगर मैं पूरी तरह से स्वस्थ है तो वर्ष में 4 बार रक्तदान कर सकते हैं। ऐसा करने से उनके शरीर में नए रक्त का निर्माण होता है और कई प्रकार की समस्याएं समाप्त होती है। कोरबा जिले में रक्तदान को लेकर लोगों को जागरूक करने का काम लगातार चल रहा है और इसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं।

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