निजात अभियान से प्रभावित होकर विजयनगर ढूरेना, दीपका की महिलाएं मिली पुलिस अधीक्षक से, मांगा पुलिस का सहयोग
अभियान से प्रेरित हो जिले में ग्रामीण अपने क्षेत्र में शुरू कर रहे है नशाबंदी
कोरबा 28 जनवरी। कोरबा जिला पुलिस के द्वारा अवैध नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे कार्यवाही एवं जागरूकता निजात अभियान का प्रभाव दिखने लगा है, लोग इस अभियान में बढ़-चढ़कर सहभागी बन रहे हैं और अब यह एक स्वस्फूर्त आंदोलन बन गया है। जनता एवं विभिन्न संगठन अपने क्षेत्र को नशा मुक्त बनाने हेतु स्वयं आगे आकर पुलिस का सहयोग कर रहे हैं।
थाना दीपका क्षेत्र अंतर्गत ग्राम विजयनगर ग्राम पंचायत ढूरेना की महिला समूह की महिलाएं पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आकर पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह से मिलीं, उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा चलाए जा रहे निजात अभियान से प्रभावित होकर काफी लोगों पर अच्छा असर पड़ा है, जिससे क्षेत्र में अपराध में भी कमी आ रही है। महिलाएं भी इस अभियान से जुड़ रही हैं, किंतु कुछ नशेबाज किस्म के लोगों द्वारा महिलाओं की धमकी दी जा रही है। नशे के विरुद्ध लड़ाई में पुलिस के द्वारा इन महिलाओं को सहयोग किया जाए। कोरबा जिला पुलिस अधीक्षक के द्वारा तत्काल दीपका थाना प्रभारी अभिनवकांत सिंह को फोन कर इन महिलाओं को आवश्यक सुरक्षा एवं सहयोग देने हेतु निर्देशित किया गया। पुलिस अधीक्षक ने महिलाओं को नशे के विरुद्ध मजबूती से लड़ाई लडऩे को प्रोत्साहित किया।
जिला पुलिस द्वारा चलाए जा रहे निजात अभियान का समाज पर व्यापक एवं सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। अभियान से प्रभावित हो कुछ महीने पूर्व थाना कटघोरा क्षेत्र के ग्राम सलोरा एवं महेशपुर के ग्रामीणों ने संपूर्ण नशाबंदी का संकल्प लिया है। थाना बालको नगर क्षेत्र के ग्राम बाघामार के दर्जनों पहाड़ी कोरवा एवं चौकी सर्वमंगला क्षेत्र के दर्जनों ग्रामीण नशा छोड़कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ कर सामान्य जीवन व्यतीत करना शुरू कर दिया है। चौकी कोरबी क्षेत्र के ग्राम सरमा के ग्रामीणों ने भी गांव को नशामुक्त ग्राम बनाने का पहल शुरु किया है। पुलिस ने नशे के सौदागरों पर नकेल कस दी है। साथ ही नशे के बुरी तरह आदी आधा दर्जन युवकों को बिलासपुर के एक नशामुक्ति केंद्र में भर्ती कराया है। कोतवाली, पाली, हरदीबाजार सहित कई थाना में नए बने नशामुक्ति कक्ष में नशे के आदी लोगों को काउंसलिंग करते हुए उनकी निगरानी की जा रही है।