चावल अफरा तफरी के मामले में पुलिस में FIR दर्ज कराने की मांग

कोरबा 23 सितम्बर। पी डी एस के चावल की गुरुवार को ट्रांसपोर्टर द्वारा की गई अफरा तफरी के मामले में पुलिस में FIR दर्ज कराने की मांग कलेक्टर कोरबा से की गई है। इस सम्बंध में खाद्य निगम सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य राजकुमार दुबे ने शुक्रवार को कलेक्टर को लिखित आवेदन दिया है। मूल आवेदन इस प्रकार है-

प्रति
कलेक्टर -कोरबा
जिला -कोरबा (छत्तीसगढ़)

विषय -शासकीय खाद्यान्न की चोरी दिनदहाड़े नान गोदाम के सामने से (वेयरहाउस कॉरपोरेशन कोरबा, नागरिक आपूर्ति निगम कोरबा,पीडीएस ट्रांसपोटर एवं खाद्य विभाग) की मिलीभगत के कारण होने की शिकायत बाबत।

महोदय

दिनांक 22/09/2022 को एक ट्रक क्रमांक CG -12S -6291 कोरबा के रिसदी स्थित नान गोदाम से शासकीय खाद्यान्न (चावल, नमक, शक्कर चना) आदि लोड कर शासकीय उचित मूल्य की दुकान ID -552001009 ग्राम पंचायत सतरेंगा के लिए दोपहर लगभग 1:00 बजे गोदाम के बाहर निकली और वहीं पर गोदाम के बगल में ही गाड़ी खड़ी कर, पूरे कोरबा जिले में घूम घूम कर खुलेआम शासकीय खाद्यान्न चावल आदि की अफरा -तफरी, कालाबाजारी करने वाले सिंडिकेट को बुलाकर दिनदहाड़े खुलेआम नान गोदाम के सामने मेन रोड पर ही 1355 /KG खाद्यान्न वेयर हाउस कारपोरेशन कोरबा, नागरिक आपूर्ति निगम कोरबा एवं खाद्य विभाग कोरबा एवं पी डी एस ट्रांसपोर्टर की मिलीभगत के कारण ही खरीदी -बिक्री कर दी गई और दोषारोपण हर बार की भांति इस बार भी ड्राइवर के सिर मढ़ने की कोशिश किया गया, जबकि भ्रष्टाचारियों के हौसले विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मिलीभगत के कारण ही दिन प्रतिदिन बुलंद होते चले जा रहे हैं।

अत: आपसे निवेदन है कि तत्काल FIR दर्ज कर कार्यवाही करने का आदेश दे ताकि शासकीय खाद्यान्न किस की मिली भगत से किसके द्वारा और किसको बेंचा गया यह सब क्लियर हो जाए। क्योंकि पूरे जिले में सैकड़ों शिकायत शासकीय खाद्यान्न के अफरा-तफरी की हो चुकी हैं लेकिन फिर भी हल्की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर अफरा तफरी मामले को रफा-दफा कर दिया जाता है। जब शासकीय खाद्यान्न की चोरी हुई है तो चोरी की धाराओं में एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम की धाराओं के तहत कार्यवाही सुनिश्चित करने की कृपा करें।

नोट-इस पूरे कार्यवाही के दौरान कोरबा एसडीएम के साथ जिले के पांच तहसीलदार सहायक खाद्य अधिकारी, खाद्य निरीक्षक उर्मिला गुप्ता एवं रामपुर चौकी के आरक्षक गण एवं मैं राजकुमार दुबे (पूर्व सदस्य सलाहकार समिति छत्तीसगढ़, खाद्य निगम भारत सरकार)एवं मो. न्याज नूर अरबी जी एवं कुछ मीडिया के लोग उपस्थित रहे तब जाकर यह सिद्ध हो सका कि शासकीय खाद्यान्न की चोरी दिनदहाड़े नान गोदाम के सामने हुई ,(महोदय हकीकत कुछ और है क्योंकि उक्त गाड़ी लोड होने के बाद कुछ घंटे के लिए निहारिका साइड आई थी और संभवत निहारिका एरिया में ही शासकीय खाद्यान्न की खरीदी विक्री की गई है जिसे प्रमाणित करने के लिए रोडो में लगे, बैंक, स्कूल, प्राइवेट बिल्डिंगों मे लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में देखा जा सकता है। शायद यही सत्य है , लेकिन यह तभी संभव है जब उक्त वाहन ड्राइवर एवं ट्रांसपोर्ट के ऊपर चोरी का केस थानों में दर्ज कराया जाए और विवेचना निष्पक्ष हो।

महोदय, यदि समय रहते इस तरह की शासकीय खाद्यान्न की अफरा तफरी, कालाबाजारी पर सख्त से सख्त कार्रवाई करते हुए रोक नहीं लगाई गई तो वह दिन दूर नहीं जब भ्रष्टाचारी शासकीय खाद्यान्नों की डकैती करने लगेंगे, क्योंकि इनके हौसले भ्रष्टाचारी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मिलीभगत के कारण ही हिमालय पर्वत की तरह बढ़ गए हैं।

महोदय शासकीय उचित मूल्य की दुकान संचालकों द्वारा जो शासकीय खाद्यान्न की कालाबाजारी की जाती है या की जा रही है ,या की गई है और उनके ऊपर शासन के द्वारा रिकवरी निकाली गई है उन सभी के ऊपर भी चोरी के धाराओं एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम की धाराओं के तहत FIR दर्ज करवाने की कृपा करें, आपसे निवेदन है कि यह भी जांच कराएं की इन सभी भ्रष्टाचारियों के ऊपर FIR दर्ज करवाने से रोक कौन रहा है। जिले में केवल छोटे स्तर पर शासकीय खाद्यान्नों की अफरा-तफरी करने वालो के ऊपर ही औपचारिक कार्यवाही की जाती है जो बड़े पैमाने पर शासकीय खाद्यान्नों की दिन रात खुलेआम कालाबाजारी करने में लगे हुए हैं वह लोग पकड़े ही नहीं जाते हैं और अगर पकड़े भी गए तो तुरंत बिल बनाकर उसे पेश कर छूट जाते हैं।

प्रतिलिपि -1. पुलिस अधीक्षक- कोरबा (कार्यवाही हेतु)

  1. अनुविभागीय अधिकारी (SDM) राजस्व -कोरबा (कार्यवाही हेतु)

भवदीय
राजकुमार दुबे (पूर्व सदस्य)
सलाहकार समिति छत्तीसगढ़
खाद्य निगम -भारत सरकार
मो.9424287109,7770823727

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