हाथीबाड़ी पेयजल संकट, 150 परिवार ढोढी का पानी पीने मजबूर

कोरबा 20 जून। पाली विकासखंड के ग्राम पंचायत कपोत के आश्रित ग्राम हाथीबाड़ी में पेयजल संकट गहराया हुआ है। गांव में साल भर से सौर पैनल और टंकी तो लगा है लेकिन बोर की सुविधा अब तक नही दी गई है। पेयजल की समस्या से जूझ रहे 150 गांव से एक किलोमीटर दूर ढोढी का पानी पीने का मजबूर हैं।   

केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त तत्वावधान में जल जीवन मिशन के तहत वर्ष 2024 तक प्रत्येक घरों पानी पहुंचाने की योजना हैं। अपनी मंजिल तक पहुंचने से पहले ही योजना ठप होती नजर आ रही। हाथीबाड़ी ग्राम पंचायत कपोट के आश्रित मोहल्ले के अंतर्गत आता है। यहां करीब 150 परिवारों का निवास है। ग्रामीणों ने बताया कि यहां हैंडपंप से आधे घंटे में एक टब पानी बड़ी मशक्कत के बाद मिलती है। पेयजल आपूर्ति के लिए यहां बकायदा सौर पैनल सिस्टम सहित पानी टंकी लगाया गया है। जल स्त्रोत सूखने के कारण हैंडपंप कारगर नहीं है। पैनल सहित पानी टंकी शो पीस बना हुआ है। दूर से देखने में ऐसा लगता है यहां के लोगों को पर्याप्त पानी मिलता होगा लेकिन बोर नहीं लगाए जान से टंकी ओर सौर पैनल कबाड़ में तब्दील हो रहे हैं। यहां के ग्रामीणों को पानी के लिए करीब एक किलोमीटर दूर चल कर ढोढी से पानी लाना पड़ता है। जन प्रतिनिधियों को समस्या से कई बार अवगत कराया जा चुका हैं लेकिन अब तक कोई निराकरण नहीं हुआ है। गांव में हैंडपंप की नितांत कमी है। ग्रीष्म बीत जाने के बाद भी पीएचई विभाग ने समस्या ग्रस्त गांव की सुध नहीं ली है। ग्रामीणों की माने तो सरकार तुुंहर दुआर के तहत समस्या निवारण की आस थी। अधिकारियों के गांव तक नहीं पहुंचने की वजह से समस्या यथावत है।

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