मुआवजा की मांग को लेकर चक्काजाम कर आमरण-अनशन पर बैठे पूर्व गृहमंत्री कंवर

कोरबा 11 जून। तीन दशक पहले ग्राम तरदा, कनकी व कथरीमाल के किसानों की अधिग्रहित की गई जमीन का मुआवजा अविलंब प्रदान करने की मांग को लेकर विधायक व पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर आमरण अनशन में बैठ गए। इसके पहले दो घंटे चक्काजाम किया गया। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा समझाइश का प्रयास किया गया, पर आंदोलनकारी अपनी मांग पर अड़े रहे।   

वर्ष 1978 में लोक निर्माण विभाग पीडब्ल्यूडी ने उरगा- बलौदा पहुंच मार्ग के लिए लगभग 70 किसानों की जमीन अधिग्रहित की थी। लगभग 60 फिट चौड़ी सड़क का निर्माण कराया गया और किसानों को कुछ भी मुआवजा नहीं दिया गया। वर्तमान में इस सड़क को स्टेट हाइवे बनाया जा रहा है और सड़क को 80 फिट चौड़ा किया जा रहा है। ऐसे में किसान अब अपनी जमीन का मुआवजा मांग रहे हैं। क्षेत्रीय विधायक ननकी राम कंवर ने भी इन्हे मुआवजा दिलाने का काफी प्रयास किया, पर पीडब्ल्यूडी के अधिकारी टालमटोल की नीति अपनाते रहे। मुआवजा नहीं मिलने से किसानो में भी नाराजगी बढ़ गई है। इस मुद्दे को लेकर ननकी राम ने गृह व पीडब्ल्यूघ्डी मंत्री ताम्रध्वज साहू के निवास के समक्ष अनशन पर बैठने की घोषणा पहले की थी, तब जिला प्रशासन ने आश्वस्त किया था कि माह भर के भीतर मुआवजे के प्रकरण को निपटा लिया जाएगा, पर अभी तक इस मुद्दे पर कोई पहल नहीं की गई। इस पर विधायक ननकी राम ने प्रशासन को नोटिस देकर शुक्रवार से ग्राम तरदा में अनशन शुरू कर दिया। आंदोलन शुरू करने के पहले प्रभावित किसान व समर्थकों ने मार्ग में दो घंटे तक चक्काजाम किया। इससे वाहनों की आवाजाही थम गई। बाद में कंवर समर्थकों के साथ आमरण अनशन पर बैठ गए। इस मौके पर जिला पंचायत कोरबा के पूर्व अध्यक्षा शकुंतला कंवर, जनपद कोरबा की उपाध्यक्षा कौशल्या देवी वैष्णव, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुनीता राजवाडे, उपभोक्ता फोरम के पूर्व सदस्य मधुलता राजवाडे, भोजराम राजवाडे, राजेन्द्र पांडे, राम मनोहर सोनी, जिला पंचायत सदस्य संदीप कंवर, सरपंच संघ जनपद कोरबा के अध्यक्ष व भाजपा उरगा मंडल अध्यक्ष कुलसिंह कंवर, कुदमुरा मंडल अध्यक्ष लक्ष्मी श्रीवास, पूर्व सदस्य जिला पंचायत रामचंद पाटले, रामनारायण शर्राफ, झामलाल साहु, लक्ष्मी श्रीवास, सुमित वर्मा, उरगा सरपंच जनार्दन कंवर, युवा मोर्चा से अनिल चौरसिया, शुभम हलवाई, संजु वैष्णव, किशन साव, विनय पांडेय, रवि साहू, प्रवीण उपाध्याय, अरविंद पटेल, अरविंद सोनी, प्रदीप पटेल, आशुतोष वैष्णव, लक्ष्मी यादव, अजय कंवर, ओमप्रकाश साहु, नागेंद्र ठाकुर, मालिक राम राजवाडे, मनहरण पटेल समेत काफीसंख्या मे ग्रामीण उपस्थित रहे।

अनशन की सूचना पर कोरबा एसडीएम हरिशंकर पैकरा, पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन अभियंता एके वर्मा, सहायक कार्यपालन अधिकारी रामनरेश दुबे, पुलिस विभाग से सीएसपी कोरबा योगेश साहू व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। चर्चा के दौरान पीडब्ल्यूडी ने जल्द ही प्रकरण को निपटने का आश्वासन देते रहे, पर कोई भी दस्तावेज पेश नहीं कर सके। विधायक कंवर ने सक्षम अधिकारी से बात कराने को कहा। उन्होंने कहा कि मुआवजा वर्तमान बाजार दर पर तैयार किया जाए या फिर पुराने दर पर ब्याज को जोड़कर दिया जाए। इस पर स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कह सके, केवल उन्हे मनाने का प्रयास करते रहे। कंवर ने स्पष्ट कर दिया कि मुआवजा तय किये बिना अनशन नहीं तोड़ेंगे।

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