रोजगार गारंटी के सहयोग से घर-घर पहुंचेगा फलदार पौधा : उद्यानिकी विभाग

कोरबा 8 मई। रोजगार गारंटी योजना से अब घर-घर फलदार पौधे पहुंचेंगे। उद्यानिकी विभाग के पताढ़ी और पंडरीपानी सिडलिंग प्लाट परिसर में अमरूद, कटहल, नीबू, सीताफल और पपीता के 2.50 लाख पौधे तैयार किए जा रहे हैं। आम लोगों को मौसम अनुकूल फलों का लाभ दिलाने के उद्देश्य से उद्यानिकी ने योजना तैयार की है। ग्रामीणों को इसके लिए पंचायात में आवेदन करना होगा। पौधे की रोपाई के लिए जमीन के दस्तावेज भी दिखाना होगा। इसके बाद ही निःशुल्क पौधे प्रदान किए जाएंगे।   

फलदार पौधे तैयार करने क लिए जिला उद्यानिकी विभाग को रोजगार गारंटी 33.35 लाख की स्वीकृति मिली है। स्वीकृत राशि का 98 हजार रूपये बीज खरीदी में खर्च किया गया है। शेष 32 लाख रूपये मजदूरी, खाद व पौधा तैयार करने व प्लास्टिक खरीदने का प्राविधान है। बीज की खरीदी बीज निगम से की गई है। उद्यानिकी विभाग ने पौधा तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पौधे जून माह के अंत तक तैयार हो जाएंगे। वितरण के लिए सभी पौधों को ग्राम पंचायतों को उपलब्ध कराया जाएगा। विभागीय अधिकारी की माने तो रोजगार
गारंटी योजना का संचालन जिला पंचायत से होता है। ऐसे में पंचायतों का चयन भी वहीं से होगा। तैयार पौधे ग्रामीणों को ग्रामसभा में स्वीकृति के अनुसार दी जाएगी। एक ग्रामीण को कितना पौधा दिया जाना है यह भी पंचायत के ग्रामसभा से तय होगा।   

विभागीय अधिकारी की माने तो बीजू पौधे तीन साल के भीतर फल देने लगेंगे। पंचायतों में योजनाबद्ध तरीके से समूह बनाकर ग्रामीणों को व्यवसायिक खेती के लिए पौधे दिए जा सकते हैं। इससे ग्रामीण आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होंगे। प्रदान किए गए पौधों में नीबू और अमरूद ऐसे पौधे हैं जो तैयार होने के बाद साल भर में दो बार फसल देंगे। पपीता ऐसा पौधा है जो अमरूद और नीबू से पहले तैयार हो जाएगा। फलदार खेती से महिला समूहों को भी जोड़ने की कवायद की जा रही है। इस कड़ी में केला और पपीता की रोपाई अमरपुर गोठान में मानसून की शुरूआत में की जाएगी। उद्यानिकी ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। दोनों फसल के लिए रोजगार गारंटी से 2.12 लाख रूपये की स्वीकृति मिली है। दो साल के भीतर फल देने के लिए तैयार होने वाले पौधों की सफलता के बाद इनकी दूसरे गोठानों में भी रोपाई की जाएगी।

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