अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर प्रभावित बैठे भूख हड़ताल पर

कोरबा 22 मार्च। अनुकंपा नियुक्ति की मांग लेकर एसईसीएल गेवरा महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष किसान सभा की अगुवाई में प्रभावित भूख हड़ताल में बैठ गए। आंदोलनकारियों का कहना है कि प्रबंधन द्वारा जानबूझ कर अनुकंपा नियुक्ति के मामले लटका कर रखा जा रहा है।

साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड एसईसीएल की गेवरा समेत अन्य खदान में अनुकंपा नियुक्ति के अनेक प्रकरण लटके हुए हैं। किसान सभा के जिलाध्यक्ष जवाहर सिंह का कहना है कि पूरे एसईसीएल में अनुकंपा नियुक्ति के लगभग 400 प्रकरण लंबित है और उन्हें नौकरी देने में जानबूझकर देरी की जा रही है। इनमें अधिकांश पीड़ित आदिवासी और महिलाएं हैं। उन्होंने कहा कि ग्राम अमगांव-हरदीबाजार निवासी चंद्रिका बाई कंवर नाम की एक आदिवासी महिला दो साल से अनुकंपा नियुक्ति की मांग लेकर चक्कर काट रही है। इनकी कृषि भूमि गेवरा विस्तार परियोजना में अधिग्रहित की गई थी और पति बेचू सिंह को नौकरी दी गई थी। दो साल पहले सड़क दुर्घटना में बेचू सिंह की मृत्यु हो गई। उसके बाद से चंद्रिका अनुकंपा नियुक्ति के लिए भटक रही है, जबकि नियमानुसार उसने सभी आवश्यक दस्तावेज अपने आवेदन के साथ एसईसीएल में जमा कर चुकी हैं। आंदोलन की सूचना के बाद भी प्रबंधन ने कोई सकारात्मक पहल नहीं की। इससे बाध्य होकर भूख हड़ताल पर बैठना पड़ा। किसान सभा की अगुवाई पर चंद्रिका बाई, प्रशांत झा, जवाहर सिंह कंवर, शिवरतन सिंह कंवर के साथ अन्य कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे। किसान सभा नेताओं ने अनुकंपा नियुक्ति के लंबित प्रकरणों से सभी पीड़ित लोगों को हड़ताल में शामिल होने कहा है। आंदोलन के समर्थन में माकपा पार्षद राजकुमारी कंवर के साथ किसान सभा के कार्यकर्ता दीपक साहू, दामोदर, जय कौशिक, रेशम, नंदलाल, दिलहरण बिंझवार, शत्रुहन दास, बसंत, उमेश, मोहपाल, बृजपाल, संजय, पुरषोत्तम, विशंभर, देव कुंवर, गणेश कुंवर, यशोदा, रुशा उपस्थित रहे।

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