कोरोना संक्रमणः जानकारी की कमी से स्कूल पहुंचे विद्यार्थी, कुछ देर बाद घर लौटे

कोरबा 7 जनवरी। कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ कोरबा जिले में सरकारी सख्ती तेज हो गई है। जिला प्रशासन ने पिछले साल कई प्रकार की गतिविधियों पर रोक लगा दी है शैक्षणिक संस्थान भी इसके दायरे में शामिल हैं समय पर संबंधित तक जानकारी नहीं पहुंचने के कारण आज में बड़ी संख्या में स्कूल पहुंचे विद्यार्थियों को परेशानी झेलनी पड़ी। कुछ देर के बाद उन्हें अपने घर लौटना पड़ा।

छत्तीसगढ़ में कोरोना के नए वेरिएंट का प्रवेश होने के साथ ही मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है। कोरबा जिले में एक्टिव और संक्रमित मिलाकर अब तक की स्थिति में डेढ़ सौ का आंकड़ा हो गया है। सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने अब इस दिशा में कढ़ाई बरतनी शुरू कर दी है जिला प्रशासन के द्वारा गुरुवार की शाम आदेश जारी करने के साथ सभी तरह की आर्थिक गतिविधियों को रात्रि 10.00 बजे तक ही संचालित करने के लिए निर्देशित किया गया है। इसी के साथ शैक्षणिक संस्थानों का संचालन ऑफलाइन मोड में नहीं करने के लिए भी कहा गया है। अगले आदेश तक व्यवस्था ऑनलाइन ही संचालित होगी। सूत्रों के अनुसार प्रशासन के द्वारा शैक्षणिक गतिविधियों पर रोक लगाने से संबंधित आदेश के बारे में सर्व संबंधित को उचित समय पर जानकारी नहीं मिल सकी थी और ना ही आगे इसे प्रसारित किया जा सका। नतीजा यह हुआ कि जानकारी के अभाव में कोरबा शहर और आसपास के अनेक विद्यालयों में विद्यार्थी सुबह पहुंच गए थे। इससे पहले उन्हें जरूरी तैयारी करनी पड़ी। विद्यालय पहुंचने पर मालूम चला कि महामारी के चलते अगले आदेश तक के लिए ऑफलाइन मोड में स्कूल नहीं लगाए जाने हैं इसलिए उन्हें घर लौटना होगा। कुछ देर के बाद ही विद्यार्थियों की अपने घर के लिए वापसी हुई । विद्यार्थियों ने इस घटनाक्रम को लेकर एक बार फिर नाराजगी जाहिर की। उनका कहना है कि कोरोना के चलते अच्छी खासी तैयारी करने के बावजूद नतीजे अपेक्षित नहीं आ रहे हैं। सबसे अधिक नुकसान उन लोगों का हो रहा है जो पढ़ाई के लिए अधिकतम समय निकालते हैं। ऐसे में औसत बुद्धि वाले विद्यार्थियों को अनावश्यक लाभान्वित किया जा रहा है।

भले ही विद्यार्थियों को अगले आदेश तक के लिए स्कूल आने से रोका गया है लेकिन यह सुविधा सरकारी और निजी स्कूलों के शिक्षकों के लिए बिल्कुल नहीं है। उन्हें संबंधित कार्यों के लिए प्रतिदिन स्कूलों में उपस्थिति दर्ज करानी होगी। इसी के साथ ऑनलाइन अध्यापन भी कराना होगा। इससे पहले के वर्षों में भी किसी प्रकार की व्यवस्था पर अमल किया गया। हालात के बनने और बिगड़ने के आधार पर आगे व्यवस्था में संशोधन होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।

कोविड के मामलों को ध्यान में रखते हुए दूसरी गतिविधियों पर भी प्रशासन के द्वारा रोक लगाई गई है। तत्काल तौर पर सिनेमाघर, खेलकूद, जिम के साथ-साथ पार्क और सार्वजनिक सुविधा वाले संसाधनों को बंद कर दिया गया है। यह भी कहा गया है कि किसी भी तरह के धार्मिक, राजनीतिक कार्यक्रम, रैली, धरना प्रदर्शन, घेराव आदि नहीं किए जा सकेंगे। इसके लिए पूर्व की तिथि में जारी की गई सभी अनुमति को निरस्त कर दिया गया है।

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