सो रहे दंपत्ति पर दंतैल हाथी ने किया हमला

कोरबा 4 जनवरी। जिले के कटघोरा वन मंडल पसान रेज के पोड़ी कला गांव में एक आदिवासी दंपत्ति को पक्का आवास के बजाय कच्चे मकान के परछी में रात में सोना मंहगा पड़ गया । जब अचानक पहुंचे दतैल ने हमला कर दिया। दतैल के हमले से दोनों पति पत्नी घायल हो गये । उन्हें तत्काल उपचार के लिए प्रथामिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया। जहां प्रथामिक उपचार के बाद पेंड्रा जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल में दोनों को उपचार जारी। वन विभाग द्वारा घायलों को तत्कालिक सहायता राशि रूपये 10 हजार दे दी गयी है।

जानकारी के अनुसार विशाल काय जानवर के हमले की यह घटना मंगलवार तड़के 3.30 बजे के लगभग पसान सर्किल के ग्राम पंचायत पोड़ीकला के फुहानाला बस्ती में घटित हुये बताया जाता है कि फुहानाला बस्ती जगलों के बीच स्थित है तथा यहां एक दर्जन के लगभग आवास है। जहां उराव परिवार के लोग रहते है। आपस में इन आवासों की दूरी 200 मीटर के लगभग है। बस्ती के आखिरी छोर में खुलसाय नामाक व्यक्ति का आवास है। खुलसाय पिता धनसाय उराव 45 वर्ष तथा उसक ी पत्नी हीरमतिया बाई निवास करते है। यहां इनका प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान भी बना हुआ है। तथा उससे सटा हुआ कच्चा घर। कच्चे घर की परछी में दोनों सो रहे थे। आज सुबह 3.30 बजे के लगभग झुड़ से अलग होकर एक दतैल बीजाडांड की ओर से पहुंच गये और परछी में सो रहे दपत्ति को एक-एक कर सूड से उठाकर पटक दिया । जिससे दोनों को गंभीर चोटे आयी और घायल हो गये। हाथी के हमले में घायल पति-पत्नी ने मदद के लिए गुहार लगायी जिससे बस्ती के अन्य लोग जागकर मौके पर पहुंचे और हमला वर हाथी को किसी तरह भगाया। हाथी को भगाने के बाद घटना की सूचना बस्ती वासियों ने सरपंच को दी। सरपंच ने पसान रेजर धर्मेन्द्र चौहान को सूचित किया।

रेजर के निर्देश पर वनकर्मी शारदा प्रसाद शर्मा, ईश्वर दास मानिकपुरी व बीट गार्ड निसार अहमद तत्काल मौके पर पहुंचे और 108 वाहन को बुलाकर घायन दंपत्ति को उपचाार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पसान भेजवाया जहां डयूटी में तैनात डाक्टर ने प्रथामिक उपचार के बाद पेंड्रा जिला अस्पताल रेफर कर दिया दोनों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। उनके जांघ, पैर व सिर में गंभीर चोटे आयी है। वन विभाग द्वारा घायल दंपत्ति को उपचार के 10,000 रूपये की तत्कालिक सहायता राशि उपलब्ध करा दी गई। ग्रामीणों ने बताया कि गत दिनों जब 43 हाथियों का दल क्षेत्र में मौजूद था और हिसंक होने के बाद रात में खुजरी पारा बस्ती केनिकट पहुंच गया था। उस समय खुलसाय व उसकी पत्नी ने दो बुजुर्ग महिलाओं को लेकर इमली पेड़ के नीचे छीपी थी। हाथियों का दल इस पेड़ से करीब 25 फीट की दूरी पर विचरण करने बाद वापस लौट गया था। उस समय हाथियों ने बुजुर्ग महिलायों को नुकसान पहुंचाया और न ही दंपत्ति का बाल बाका किया। लेकिन आज तड़के हाथी के हमले ने पति-पत्नि घायल हो गये।

Spread the word