बेरोजगारों ने रोजगार की मांग को लेकर कुसमुंडा महाप्रबंधक कार्यालय घेरा

कोरबा 5 दिसंबर। कुसमुंडा खदान के प्रभावितों ने रोजगार की मांग लेकर महाप्रबंधक कार्यालय का घेराव कर दिया। तीन घंटे तक चले घेराव के दौरान कोई भी अधिकारी- कर्मचारी न तो अंदर जा सका और नहीं बाहर निकल सका। आंदोलन खत्म होने के बाद कर्मियों ने राहत की सांस ली। कमेटी बना बेरोजगारों की सूची तैयार कर काम दिलाने के आश्वासन के बाद आंदोलनकारी वापस लौटे।

साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड, एसईसीएल कुसमुंडा परियोजना की झंझावत खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। लगातार आंदोलन की वजह से खदान का कामकाज प्रभावित हो रहा है। अब कार्यालय में भी प्रभावित आंदोलन करने लगे हैं। इससे कार्यालयीन कामकाज पर भी असर पड़ने लगा है। शनिवार को पूर्व जनपद सदस्य अजय जायसवाल की अगुवाई में बरकुटा, जटराज, पाली, पड़निया, रिसदी व खोडरी ग्राम के बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने की मांग लेकर महाप्रबंधक कार्यालय परिसर में जाकर घेराव कर दिए। आंदोलन की वजह से कार्यालय के तीन गेट बंद हो गए। सुबह 11 बजे शुरू हुआ आंदोलन दोपहर दो बजे लगातार जारी रहा। इस दौरान कार्यालय में आवश्यक काम से आने वाले आगंतुक अंदर नहीं जा सके और नहीं ही अधिकारी-कर्मचारियों का आवागमन हो सका। अजय जायसवाल का कहना है कि खदान में नियोजित कंपनियों द्वारा बाहरी लोगों को काम पर रखा जा रहा है, जबकि खदान प्रभावित बेरोजगार अभी भी रोजगार के लिए भटक रहे है। इन्हें काम दिया जाना चाहिए। प्रबंधन भी कंपनियों पर स्थानीय लोगों को रोजगार देने पर दबाव नहीं डाल रही। तीन घंटे तक चले आंदोलन के बाद प्रबंधन ने आश्वस्त किया कि बेरोजगारों की सूची तैयार कर काम दिलाने कंपनियों से कहा जाएगा। आश्वासन मिलने के बाद आंदोलनकारी महाप्रबंधक कार्यालय से बाहर निकले।

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