कटघोरा क्षेत्र में मिले 10 नए संक्रमित
कोरबा 1 दिसम्बर। जिले का पहला हाट स्पाट कटघोरा में मरीजों की संख्या कम होने के बजाए फिर बढ़ने लगी है। सप्ताह भर पहले यहां संक्रमितों की संख्या दो थी, वह अब बढ़कर 10 हो गई है। संक्रमण के मामले में निगम क्षेत्र दूसरे स्थान पर है। यहां सात मरीज अब भी सक्रिय है। पाली और करतला संक्रमण मुक्त हो गए थे, दोनों ही जगह में फिर से तीन मरीज पाए गए हैं। संक्रमण मुक्त होने के कगार में आ चुके कटघोरा में फिर संक्रमितों के बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है।
टीकाकरण कराने वालों की संख्या में बढ़त होने के बाद भी जिला संक्रमण मुक्त नहीं हुआ है। जिले में 20 मरीज अब भी सक्रिय हैं। संक्रमितों में पांच मरीज इएसआइसी अस्पताल में दाखिल हैं। दो मरीजों की आक्सीन बेड में रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग को अब जिले के संक्रमण मुक्त होने का इंतजार है। कोरोना के शुरुआती दौर से लेकर अब तक जिले में 54419 लोग संक्रमण के चपेट में आ चुके हैंए इनमें 53515 स्वस्थ्य हो चुके हैं। संक्रमण से अब तक 884 लोगों की मौत हो चुकी है। जिले के पांचों ब्लाक में से सबसे अधिक संवेदनशील कटघोरा मरीजों की संख्या में फिर से बढ़त होना स्वास्थ्य अमले के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। शुरूवात से ही कटघोरा हाट स्पाट के रूप जाना जा रहा है। संक्रमितों के मौत का आंकड़ा भी इसी विकासखंड से सर्वाधिक रहा है। सघन आबादी होना भी संक्रमण का कारण है। इसके जिले का सबसे बड़ा विकासखंड विरल आबादी के कारण संक्रमण मुक्त हो चुका है। सप्ताह भर पहले पोड़ी उपरोड़ा के साथ करतला और पाली भी संक्रमण मुक्त थे। तीन विकासखंड का एक साथ संक्रमण मुक्त होना बड़ी उपलब्धि मानी जा रही थीए लेकिन संक्रमण वापसी ने फिर से समस्या खड़ी कर दी है। बहरहाल पोड़ी उपरोड़ा पिछले माह भर से संक्रमण मुक्त है। संक्रमण की पुनरावृत्ति नहीं होने से लोग राहत महसूस कर रहे हैं।
संक्रमण में कमी आने के बाद लोग सावधानी के प्रति लापरवाही बरतने लगे हैं। 50 फीसद से अधिक लोगो के चेहरे से मास्क उत्तर चुका है। सावधानी के प्रति लापरवाही अब भी खतरे को आमंत्रण दे रहा है। ठंड का असर बढ़ने से सर्दी जुकाम की शिकायत भी बढ़ने लगी है। कोरोना अस्पताल के नोडल अधिकारी डा एलएस ध्रुव का कहना है कि खतरा अभी भी नही टला है। गर्मी के बजाय ठंड मौसम में संक्रमण तेजी से फैलता है इसलिए सावधानी बहुत जरूरी है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा.बीबी बोडे का कहना है कि टीकाकरण के बावजूद सावधान रहने की जरूरत है। टीकाकरण हमें सुरक्षा चक्र प्रदान करता है। इससे सामान्य लोगो की अपेक्षा संक्रमण के दायरे में आने संभावना कम रहती है। अधिकारी की माने तो जिले में 9.40 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य है। वंचित लोगो को टीकाकरण से जोड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग 29 नवंबर से विकासखंड स्तर पर टीकाकरण महाभियान शुरू हो चुका है। इससे सुरक्षा चक्र के दायरे में बढ़त होगी।