कोरबा पुलिस को मिली बड़ी सफलता, एसीबी कंपनी के मालिक के घर हुई चोरी का खुलासा

*▪️शराब की बोतल ने पहुंचाया आरोपियों तक*

*▪️ नौकर एवं उसकी पत्नि ने रची थी चोरी की साजिश*

*▪️ 03 आरोपी गिरफ्तार, लॉकर सहित चोरी का जेवरात एवं घटना में प्रयुक्त औजार बरामद *▪️04 आरोपी फरार*

*▪️ सभी आरोपी नेपाल के निवासी*

*▪️घटना पश्चात सभी आरोपी नेपाल भागने के फिराक में थे*

*▪️07 टीमें कर रही थी मामले की जांच*

*▪️02 टीम नेपाल बार्डर पर फरार आरोपियों की कर रही है तलाश*

कोरबा 14 नवम्बर। जिले के थाना दीपका क्षेत्रातर्गंत ग्राम बतारी स्थित एसीबी कंपनी के मालिक के घर हुए चोरी के मामले मे पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। चोरी मे शामिल 03 आरोपी, चोरी गए लॉकर सहित लगभग 30 लाख का मशरूका बरामद किया गया है । मामले मे 04 आरोपी फरार है जिनकी गिरफ्तारी हेतु 02 टीम नेपाल बार्डर पर आरोपियों की तलाष कर रही है। इस मामले के आरोपियो तक पहुॅचने में सीसीटीवी फुटेज एवं आरोपियो के द्वारा उपयोग किये गए शराब के बोतल की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
प्रार्थी के द्वारा दिनांक 13.11.2021 को थाना दीपका मे रिपोर्ट दर्ज कराया गया कि ग्राम बतारी एसीबी कंपनी के मालीक श्री वीर सिंह सन्धु के घर के पीछे से घर के अंदर प्रवेश कर दरवाजे का ताला तोडकर अज्ञात चोरों द्वारा कमरे के दराज को तोड़कर सोना हीरा से बना हुआ आभूषण कुछ नगदी रकम एवं कमरे मे रखा 01 लॉकर चोरी कर ले गए है जिसमे सोने एवं हीरे के जेवरात भरे हुए है। अज्ञात चोर द्वारा लगभग 40 से 50 लाख रू. के आभूषणो की चोरी की गई है।

घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक कोरबा श्री भोजराम पटेल, अति0 पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक वर्मा, नगर पुलिस अधीक्षक दर्री सुश्री लितेश सिंह दल बल के साथ तत्काल मौके पर पहुचे। पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल द्वारा स्वयं घटना स्थल का निरीक्षण किया गया एवं अति0 पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक वर्मा को जॉच की जिम्मेदारी सौंपते हुए 07 अलग अलग टीम का गठन कर घटना से संबंधित हर पहलू पर बारीकी से जॉच करने के निर्देश दिए गए ।
अति. पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक वर्मा के नेतृत्व मे सभी टीमों द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण किया गया। एफएसएल की टीम, डाग स्क्वाड, फिंगर प्रिंट एवं सायबर सेल की टीम द्वारा घटना स्थल से साक्ष्य एकत्रित किये गये अलग-अलग टीमो द्वारा कंपनी में कार्यरत् कर्मचारियों काम छोड़ चुके अन्य कर्मचारी, आस-पास के रहने वाले संदिग्ध बदमाशो, पुराने सजायाब, आस-पास के जिलो के जेलो से रिहा हुए कैदियों की कुण्डली खंगाली गई। नकबजनी की वारदात में शामिल होने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह जिसमें बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, पारधी, वादी गिरोह, नट गिरोह के संबंध में जानकारी हेतु टीम लगाई गई। साथ ही घटना स्थल के चारो तरफ पुलिस की टीम के द्वारा खेत खलिहान एवं जंगल इलाको की सर्चिग कराई गई । टीम द्वारा स्थानीय ग्रामीणों को लेकर आसपास के ईलाके की सर्चिंग की गई।

घटना स्थल का निरीक्षण दौरान स्नििफर डॉग की मदद से मकान से करीब 01 किलोमीटर दूर एक ओल्ड मंक की शराब की बोतल, सिगरेट, चिप्स, कुरकुरे के पैकेट मिले जिससे इस बात की पुष्टि हो रही थी कि आरोपियो द्वारा शराब सिगरेट का सेवन किया गया होगा।

पाए गए ओल्ड मोंक शराब के बोतल पर बैंच नंबर लिखा हुआ था। जिसके आधार पर दीपका, कोरबा, बॉकीमोंगरा, हरदीबजार, कटघोरा मे स्थित विदेशी शराब दुकानों मे पिछले 01 साप्ताह मे बिक्री हुए ओल्ड मांेक ब्राण्ड के शराब की खरीददारों की पतासाजी की गई एवं सीसीटीव्ही फूटेज खंगाले गए। विदेशी शराब दुकान पुराना बस स्टेण्ड कोरबा के सीसीटीव्ही फूटेज के अवलोकन पर 02 संदिग्ध व्यक्ति घटना दिनंाक 08.11.2021 के रात्रि करीब 9.30 बजे ओल्ड मोंक शराब खरीदकर होटल सत्कार की ओर जाने वाली गली मे जाते हुए दिखाई दिए।  इस आधार पर होटल सत्कार मे जाकर रजिस्टर चेक करने पर पाया गया कि प्रेम भुल उर्फ पिुचू पिता धबहादुर भूल एंव हिमाल मांझी पिता तुलाराम मांझाी दोनो निवासी नेपाल के दिनांक 01.11.2021 से 08.11.2021 तक होटल मे रूके थे। दिनंाक 08.11.2021 को इन्ही आरोपी लोंगो के साथ कुल 06 लोग एक आटो मे कुसमुण्डा की ओर जाते हुए दिख रहे है, इस आधार पर कुसमुण्डा दीपका के रास्ते मे लगे सीसीटीव्ही फुटेज का बहुत ही बारीकी से अवलोकन किया गया। बिलासपुर, अंबिकापुर, रायगढ, जांजगीर-चॉपा की ओर जाने वाले रास्तों पर लगे हुए कैमरों की जॉच हेतु अलग अलग टीम भेजी गई। बिलासपुर भेजी गई टीम के द्वारा बताया गया कि घटना दिनांक के प्रातः 06.12 बजे पर 06 संदिग्ध व्यक्ति  कार से पुराना बस स्टैण्ड बिलासपुर मे उतरते हुए दिख रहे है। शहर के अन्य कैमरों का अवलेकन करने पर उनमे से 03 आरोपी एवं 01 महिला बस के माध्यम से रायपुर कि ओर जाते हुए दिखे। इस आधार पर टीम ने रायपुर की ओर जाने वाले रास्ते पर सीसीटीव्ही फुटेज खंगालना प्रारंभ किया । टीम को आरोपीगण का अंतिम फुटेज बस स्टैण्ड पण्डरी रायपुर पर मिला जिसमे आरोपीगण प्रयागराज  उत्तरप्रदेश की ओर जाने वाले बस मे सवार होते हुए दिखे। आरोपीगण के उत्तर प्रदेश की ओर से दिल्ली भागने की संभावना पर एक टीम को तत्काल फ्लाईट के माध्यम से दिल्ली के लिये रवाना किया गया।

इसी बीच विवेचना मे लगी एक अन्य टीम के द्वारा उस कार के बारे मे पता कर लिया गया जो कि उनको पुराना बस स्टैण्ड बिलासपुर मे छोडा था कार चालक से पूछताछ पर ज्ञात हुआ कि घटना के दूसरे दिन दिनांक 09.11.2021 को भी आरोपीगण दीपका तक आए थे, और प्रातः फिर से बिलासपुर गए है। इस आधार पर अन्य आरोपीगण के भागने के रास्तों का फिर से सीसीटीव्ही फुटेज खंगाला गया जो अन्य  03 आरोपी भी बस स्टैण्ड पण्डरी रायपुर से बस मे सवार होते हुए दिखे, कार चालक ने पूछताछ के दौरान बताया था कि आरोपीगण आपस में लखनउ, ईलाहाबाद, नेपाल की ओर जाने की बात कर रहे थे। आरोपीगण के नेपाल की ओर फरार होने के संभावना पर पुलिस अधीक्षक कोरबा श्री भोजराम पटेल द्वारा तत्काल 02 टीम बनाकर सडक माध्यम से लखनउ के लिए रवाना की गई । चूॅकि आरोपी के नाम और बताए गए हुलिए के मुताबिक आरोपीगण नेपाली मूल के लग रहे थे। जिनके नेपाल भाग जाने की पूर्ण संभावना थी। पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल द्वारा अपने मित्र आईपीएस अधिकारी से सहयोग मांगा गया। जिनके द्वारा दिल्ली गए हुए कोरबा पुलिस के टीम को सडक मार्ग से प्रयागराज बुलाकर तत्काल सहयोग उपलब्ध कराया गया। मामले के 03 आरोपी  प्रेम भूल उर्फ पिंचू पिता धनबहादरु, हिमाल बहादुर मांझी पिता तुलाराम मांझी एवं दीपक भूल पिता स्व. चंदर भूल को पकडने मे सफलता प्राप्त हुई है। साथ ही इनके पास से 03 सोने के हार एवं लाकेट एवं चांदी का सिक्का सहित कुछ नगदी रकम बरामद हुआ।
स्थानीय ग्रामाीणें के साथ ईलाके की सर्चिंग मे तैनात पुलिस की टीम को  घटना स्थल से लगभग 02 कि.मी. दूर पीछे की ओर एक खेत मे एक लॉकर धान के कटे हुए बालिंयों के अन्दर छिपाकर रखा हुआ लॉकर प्राप्त हुआ। जिसे तस्दीक करने पर घटना मे चोरी किया गया लॉकर का होना पाया गया लॉकर के पास मे ही एक काले रंग के बैग मे दरवाजा तोडने का सब्बल पेचकस एवे ग्लॉस कटर पाया गया। जिसे विधिवत् जप्त कर कार्यपालिक दण्डाधिकारी के समक्ष लॉकर को खोलवाया गया। आरोपीगण लॉकर को तोडने मे सफल नही हो पाए थे। लॉकर के भीतर लगभग 30 लाख रूपये का सोने-चॉदी के ज्वेरात बरामद हुए।

पूछताछ के दौरान आरोपीगण ने बताया कि घटना का मुख्य सरगना भीम भुल है जो प्रार्थी के घर में खाना बनाने का काम करता था। उसी के द्वारा इस घटना को घटित करने का प्लान बनाया गया एवं अन्य आरोपीगण को बुलाकर  घर का नक्षा दिखाया गया। घर के बाहर लगे हुए सीसीटीव्ही कैमरे के वायर को प्लान के अनुसार 05 दिन पूर्व ही बंद कर दिया एवं घटना के 05 दिन पूर्व ही अपनी पत्नि के साथ छुट्टी लेकर नेपाल रवाना हो गया था। लेकिन नेपाल न जाकर अपनी पत्नि के साथ बिलासपुर में ही रूका था। अपने अन्य साथियों को बुलाने के पश्चात घटना को घटित किया गया।

पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल ने विवेचना  टीम को 10 हजार रुपए नगद इनाम देने की घोषणा की है ।

*गिरफ्तार आरोपी का नाम*

01. प्रेम भुल उर्फ पिंचु पिता श्री धनबहादुर भुल उर्फ रतन बहादुर भुल उम्र 29 साल निवासी ग्राम पालिका केआईसी वार्ड नंबर 2 जिला डोटी, चौकी वायल थाना सिलगडी, नेपाल,
02. हिमाल बहादुर मांझी पिता श्री तुलाराम मांझी उम्र 32 साल निवासी ग्राम नारीदान थाना लडागडा नगर पालिका दीपाएल सिलगडी जिला डोटी नेपाल
03. दीपक भुल उर्फ दीप भुल पिता स्व0 श्री चन्दर भुल उम्र 32 साल निवासी जन्म स्थान पता तिखत्तर गाबिस गॉव का नाम बडकुटा, वाईल चौकी है।

*फरार आरोपी का नाम*

01. कुमार भुजैल
02. भीम सिंह उर्फ भीम भुल पिता सीताराम भुल उम्र 25 साल ग्राम बेतानी थाना मुसरिया जिला कैलाली नेपाल । 
03. पदम सावंत
04. पुनम उर्फ छोटी पिता मुल्ला उम्र 25 साल

*बरामद सामाग्री का नाम*

01. 01 लॉकर तिजारी में सोने-चॉदी के जेवरात लगभग 25 लाख।
02. 03 आरोपियों से सोने के 02 नग चैन, 01 नग लॉकेट, चॉदी का एक बडा सिक्का, कान की बाली 02 नग कुल कीमती लगभग 05 लाख रूपये।
03. नगद राशि 1700/-रूपये ।
04. घटना में प्रयुक्त 02 नग, सब्बल, 03 नग पेचकस, 02 नग, छेनी, 01 ग्लास कटर,
05. 03 नग मोबाईल

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