भूमिगत खदान के प्रभावित ग्रामीणों को नहीं मिली क्षतिपूर्ति राशि

कोरबा 18 अक्टूबर। एसईसीएल ढेलवाडीह भूमिगत परियोजना से प्रभावित ग्राम ढपढप में स्वच्छ पानी, कृषि कार्य की किल्लत, स्वरोजगार, सीसी रोड, माइनिंग कार्य होने से घरों में दरारें व 10 वर्ष पूर्व ग्राम के ग्रामीणों की 25 कुआं धसक गया था जिसकी क्षतिपूर्ति आश्रित परिवारों को अभी तक नहीं मिला। चौपाल लगा कर ग्रामीणों ने निर्णय लिया कि एसईसीएल प्रबंधन उनकी समस्या का निराकरण नहीं करती है तो आंदोलन का रास्ता अख्तियार किया जाएगा।

ग्राम चौपाल के अध्यक्षता कर रही गीता बिंझवार मत कुंवर ने सभी ग्रामीणों से कहा कि एकजुट होकर अपनी समस्या को लड़ने के लिए सभी एकजूट हो जाएं। जब तक हम लोग लड़ेंगे नहीं, तब तक हमारा अधिकार का हनन होता रहेगा, इसलिए संघर्ष ही एक विकल्प रास्ता है। अपना अधिकार पाने के लिए लड़ेंगे तभी तो जीतेंगे। ललित महिलांगे ने बताया कि चौपाल में राजस्व से संबंधित कंप्यूटर आनलाइन करने के नाम पर ग्राम के ग्रामीणों को निचले स्तर के अधिकारी पैसे की उगाही, सीमांकन नकल पर्ची बनाने सड़क, बिजली और अन्य समस्याएं को ग्रामीणों के समक्ष रखी गई। उन्होंने कहा कि सभी ग्रामीण एकजुट होकर संघर्ष करने की जरूरत है आने वाले दिनों में इन समस्याओं को लेकर संबंधित विभाग के दफ्तर में प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान योगेंद्र यादव, धीरेंद्र बाबरिया, राजू यादव, भुजबल, गीता बाई, सुशीला बाई, मत कुंवर, संतराम, उमेद बाई, कृष्ण बाई, धीरा बाई, राज कुंवर, सीता बाई, शांति बाई, मन कुंवर, सहोदरा बाई, पंचम सिंह, मुखनंदन सिंह, फूल सिंह, सीन साय, सुकृता बाई, टिकैति देवी सावित्री बाई, कचरा बाई, प्रवीण कुमार समेत ग्राम के अनेक ग्रामीण उपस्थित रहे।

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