SECL की कोयला खदानों का प्रहलाद जोशी ने किया दौरा, अधिकारियों की ली बैठक

कोरबा 13 अक्टूबर। देश भर के विद्युत संयंत्रों में चल रहे कोयला संकट के बीच केंद्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी का बुधवार को कोरबा आगमन हुआ। बुधवार सुबह नौ बजे दिल्ली से विशेष विमान से रवाना होकर सुबह 11 बजे बिलासपुर पहुंचें। इसके बाद सड़क मार्ग से सीधे गेवरा पहुंचें। उनके साथ कोल इंडिया के अध्यक्ष सह प्रबन्ध निदेशक प्रमोद अग्रवाल भी थे। उन्होंने दोपहर 1:30 बजे से साउथ इस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (एसईसीएल) के मेगा प्रोजेक्ट दीपका और गेवरा खदान का secl अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया।

मालूम हो कि दो माह पहले ही कोल इंडिया के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने गेवरा खदान का दौरा कर अधिकारियों की बैठक ली थी। इसके अलावा कोयला मंत्रालय की संयुक्त सचिव विस्मिता व निर्देशक तकनीक विनय रंजन भी खदानों का दौरा कर चुके हैं।

देशभर के थर्मल पॉवर स्टेशनों में कोयले की कमी और व्यापक बिजली कटौती की आशंकाओं के बीच केंद्र सरकार ने निर्बाध बिजली की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त आपूर्ति का भरोसा दिलाया है। मामले पर मंगलवार की शाम प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी स्थिति की समीक्षा की और संबंधित पक्षों के साथ समाधान पर चर्चा की।

मंगलवार को दिल्ली में कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि कोल इंडिया के पास फिलहाल 22 दिनों का कोयला स्टॉक है और आपूर्ति बढ़ाई जा रही है। उन्होंने कहा, ‘हम पूरे देश को आश्वस्त करना चाहते हैं कि जरूरत के मुताबिक कोयला उपलब्ध कराया जाएगा। जोशी ने कहा, “हम पूरे देश को आश्वासन देना चाहते हैं कि जरूरत के मुताबिक कोयला उपलब्ध कराया जाएगा और हमें उम्मीद है कि मॉनसून खत्म होने के बाद अब कोयले की सप्लाई में तेजी से सुधार होगा। 21 अक्टूबर के बाद हम 2 मिलियन टन तक कोयले की सप्लाई करने की कोशिश करेंगे”।

सूत्रों का कहना है कि पीएम मोदी व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर सकते हैं. कोयले की आपूर्ति और बिजली क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए अधिक से अधिक सार्वजनिक-निजी भागीदारी सहित दीर्घकालिक समाधान की दिशा में कुछ निर्णय भी ले सकते हैं।

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