डीपीएस के अजीब फरमान से छात्र और पालक परेशान

कोरबा 8 अक्टूबर। सीबीएसई के एक फरमान ने कोरबा जिले में डीपीएस बालको नगर विद्यालय के उन बच्चों के साथ-साथ पालकों की परेशानी बढ़ा दी है, जिनके दस्तावेजों में किसी भी तरह की त्रुटियां मौजूद हैं। इन्हें ठीक कराने के लिए सामान्य फार्मूले पर जाने के बजाय कहा जा रहा है कि इसका प्रकाशन राज्य सरकार के राज्य पत्र में कराया जाए। कई स्तर पर पूछताछ के बाद भी स्कूल प्रबंधन पालकों को यह बताने में असमर्थ हैं कि राजपत्र में निजी विषयवस्तु आखिर कैसे प्रकाशित होगी।

दिया जाता है, जब बालक काविद्यालय में प्रवेश होना है। इसके अतिरिक्त जन्मतिथि में सामान्य त्रुटियां होने पर भी दिक्कतें होती है। इन्हें सुधारने के लिए शपथ पत्र जारी करने और क्षेत्रीय समाचार पत्र में साधारण सूचना प्रकाशित कराने के मापदंड पहले से बने हुए हैं। यहां तक की भारत सरकार के द्वारा जारी किये जाने वाले पासपोर्ट की त्रुटियों के सुधार के लिए भी यही व्यवस्था है। इसके उल्टे सीबीएसई ने एक परिपत्र जारी किया है, जिसके अनुसार उसके विद्यालयों में विद्यार्थियों के नाम, जन्मतिथि या अन्य त्रुटियों को ठीक करने के लिए संबंधित सूचना सरकारी राजपत्र में ही प्रकाशित करानी होगी। छत्तीसगढ़ में सरकारी मुद्रणालय राजनांदगांव में है, जहां से राजपत्र प्रकाशित होता है। बताया गया कि बालको नगर स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल में कई छात्रों से संबंधित त्रुटियों के मामले में उनके पालकों को राजपत्र में सूचना प्रकाशन कराने को कहा जा रहा है। पालको ने इस बारे में विद्यालय प्रबंधन को अपनी ओर से समझाने की कोशिश की लेकिन यह प्रयास नाकाम रहा। विद्यालय प्रबंधन किसी भी पालक को अब तक नहीं बता सका है कि जिस राजपत्र में केवल सरकार के द्वारा लिये जाने वाले निर्णय संशोधन, अधिसूचना और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी ही प्रकाशित की जाती है, उसमें किसी स्कूल से जुड़े मसले को कैसे शामिल किया जाएगा और तो और इस बारे में आ रही कठिनाईयों को दूर करने के लिए स्कूल के कर्मचारी प्राचार्य का मोबाइल नंबर देने से भी साफ बच रहे हैं। ऐसे में समस्या का समाधान आखिर हो तो कैसे।

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