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कोरबा 18 जुलाई। सोमवार हरेली पर्व के दिन शुरू होने वाले गोधन न्याय योजना के तहत शहरी क्षेत्रो में भी गोबर की खरीदी की जाएगी। गोबर खरीदने के लिए शहरी क्षेत्रो के सभी पशुपालको का नगरीय निकाय स्तर पर पंजीयन किया जाएगा। इसके लिए निर्धारित प्रारूप में आवेदन को पशुपालको द्वारा वार्ड कार्यालय, एस एल आर एम सेंटर, कम्पोस्ट शेड एवं गोठान आदि के काउंटर में जमा कराया जाएगा। आवेदन में पशुपालक का नाम, पशुओ की संख्या एवं उत्सर्जित गोबर की अनुमानित मात्रा की जानकारी पशुपालक द्वारा भरा जाएगा। योजना के वार्ड प्रभारी द्वारा भौतिक सत्यापन के पश्चात पशुपालको का पंजीयन किया जाएगा। पंजीकृत पशुपालको को गोधन न्याय योजनांतर्गत पंजीयन कार्ड दिया जाएगा जिसमें गोबर खरीदी की जानकारी दर्ज की जाएगी। शहरी क्षेत्र के प्रत्येक पशुओ के गले में पशुपालक का नाम, पता, मोबाइल नंबर की पट्टी बांधी जाएगी। खुले में घुमते पाये जाने की स्थिति में पशुपालक की जिम्मेदारी तय की जाएगी। शहरी क्षेत्र में एसएलआरएम सेंटर कम्पोस्ट शेड, गोठान में गोबर खरीदी के लिए गोधन न्याय खरीदी केन्द्र बनाए जाएंगे। शहरी क्षेत्र में गोधन न्याय योजना लागू होने से सड़क में घूमने वाले आवारा पशुओ पर नियंत्रण होगा। खेत एवं बाड़ियो के लिए उच्च गुणवत्ता के जैविक खाद की उपलब्धता होगी। इसके साथ-साथ शहरी स्वच्छता के माडल को मजबूती मिलेगी एवं पर्यावरण संरक्षण की पहल भी कामयाब होगी। शहरी क्षेत्र में पशुपालक से उत्सर्जित अपशिष्ट से होने वाली बीमारियों से भी बचाव होगी। शहरी क्षेत्र में गोबर खरीदी एवं गोबर से बने वर्मी कम्पोस्ट खाद को बेचने से गोठान समिति को आर्थिक संबल प्रदान होगी। गोधन न्याय योजना से शहरी गरीब परिवारों को आर्थिक और सामाजिक मजबूती प्रदान होगी।
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