यूएन ने दी टिड्डी हमले की दूसरी लहर की चेतावनी ,उत्तर भारत के राज्यों में हाईअलर्ट


नईदिल्ली। देश में 26 साल बाद टिड्डी दलों के सबसे भयानक हमले से करीब 90 हजार हेक्टेयर फसलें हरियाली उजड़ गई है। यह आकलन अभी राजस्थान के 20 जिलों के आधार पर ही जारी किया गया है। ऐसे में टिड्डी दलों की चपेट में आने वाली फसलों और हरियाली का आंकड़ा और बढ़ना तय है। राजस्थान के अलावा मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में टिड्डी दलों के हमले हो रहे हैं।
दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा और कर्नाटक ने बृहस्पतिवार को अपने यहां अलर्ट जारी कर दिए। लेकिन सबसे खतरनाक चेतावनी संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) ने दी है। एफएओ ने टिड्डी दलों के बिहार, ओडिशा तक पहुंचने की चेतावनी देने के साथ ही मानसूनी हवाओं के साथ जुलाई में दोबारा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान लौटने की चेतावनी दी है।
राजस्थान में अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि पाकिस्तान से राज्य में प्रवेश करने के बाद टिड्डी दलों ने राजधानी जयपुर समेत करीब 20 राज्यों में अपना आतंक फैलाया। अब तक के आकलन में इन जिलों में 90 हजार हेक्टेयर फसलों और हरियाली को नुकसान पहुंचाने की बात सामने आई है।
कृषि आयुक्त ओम प्रकाश के मुताबिक, श्रीगंगानगर, नागौर, जयपुर, दौसा, करौली और सवाई माधोपुर होते हुए टिड्डी दलों ने उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश का रुख कर लिया है। विभाग ने करीब 67 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में टिड्डी दलों को नियंत्रित करने के लिए अभियान चलाए हैं। उन्होंने इस बार टिड्डी दलों के भयानक हमले के लिए पाकिस्तान में खड़ी फसलों की कमी को बड़ा कारण बताया।

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