कथा समाख्या 7 इस बार बस्तर में
जगदलपुर 7 मार्च।चयनित युवा कहानीकारों की कहानियों को केन्द्र में रखकर इस बार कथा समाख्या 7 बस्तर , जगदलपुर में अप्रेल माह के अंत में होगा। लाला जगदलपुरी ग्रंथालय जगदलपुर के सभागार कथा समाख्या का उद्धाटन सत्र होगा। इस दौरान जगदलपुर में नाट्य समारोह का आयोजन भी किया जायेगा। इस अवसर पर देश भर के कहानीकार, आलोचक, रंगकर्मि जगदलपुर में जुटेगें। कथा समाख्या 7 बस्तर के सुप्रसिध्द कथाकार गुलशेर अहमद शानी को समर्पित होगा ।
इस आयोजन की प्रारंभिक तैयारी को लेकर शनिवार को जगदलपुर के साहित्यकारों की बैठक हुई।
इस बैठक में कलेक्टर रजत बंसल के अलावा कथासमाख्या की आयोजक संस्था छत्तीसगढ़ फिल्म एंड विजुअल आर्ट सोसाइटी के अध्यक्ष सुभाष मिश्रा, आलोचक जयप्रकाश, कहानीकार आनंद हर्षुल के अलावा शिक्षाविद श्री बीएल झा, सूत्र पत्रिका के संपादक विजय सिंह, हिमांशु शेखर झा, बंगला रंगमंच के सुबीर नंदी, हल्बी रंगमंच के नरेन्द्र पाढी, वरिष्ठ चित्रकार बंशीलाल विश्वकर्मा, विधु झा, अवध किशेर शर्मा श्रीमती सरिता सिंह, उर्मिला आचार्य, सुषमा झा, रानू नाग, शाशांक शेंडे सहित जगदलपुर शहर के साहित्य संस्कृति, कला एवं रंगकर्म से जुड़े लोग उपस्थित थे।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री रजत बंसल ने लाला जगदलपुरी ग्रंथालय के स्थापना एवं जगदलपुर शहर में इस प्रकार के साहित्यिक आयोजनों के उद्देश्यों के संबंध में विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आप सभी के प्रयासों से बस्तर को आदिवासियों के कला एवं संस्कृति के केन्द्र के रूप में स्थापित करने का प्रयास किया जाएगा। श्री बंसल ने कहा कि लाला जगदलपुरी ग्रंथालय प्रतियोगी परीक्षाओं के साथ-साथ साहित्यिक गतिविधियों का प्रमुख केन्द्र बनेगा। बस्तर की साहित्य, कला एवं संस्कृति को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने हेतु हम सभी को मिलकर प्रयास करना चाहिए। इस अवसर पर सुभाष मिश्रा, जयप्रकाश, आनंद हर्षुल ने आयोजन की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। इन्होने बताया की इसके पहले कथासमाख्या सरगुजा, बडौदा, पूना, बारनवापारा (रायपुर ) सवाईमाधवपुर, बरेली में आयोजित हो चुका है। सातवां कथा समाख्या 7 जगदलपुर के अलग – अलग स्थानो पर 6 सत्र होंगे। बैठक में उपस्थित साहित्यकारों एवं कलाप्रेमी ने आयोजन को सफल बनाने हेतु अपने विचार व्यक्त किये। विजय सिंह ने कार्यक्रम का संचालन किया ।