जिले में हुई धान की बंपर खरीदी, पिछले वर्ष से 73 प्रतिशत अधिक उपार्जन धान बेचने वाले किसानों को 252 करोड़ रूपए से अधिक की राशि का हुआ भुगतान

कोरबा 4 फरवरी। राज्य शासन द्वारा किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी में जिले के किसानों ने पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अधिक धान बेचा है। एक दिसम्बर 2020 से शुरू हुए धान खरीदी महापर्व में किसानों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया है। इस खरीफ सीजन जिले में धान की बंपर खरीदी हुई है। इस वर्ष एक लाख 35 हजार 271 मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 73 प्रतिशत अधिक धान किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदा गया है। इस वर्ष किसानों से खरीदे गए धान में 12 लाख 21 हजार 320 क्विंटल धान मोटा, 22 हजार 575 क्विंटल पतला तथा एक लाख आठ हजार 813 क्विंटल सरना धान शामिल हैं। पिछले खरीफ सीजन में 23 हजार 832 किसानों ने 98 हजार 806 मीट्रिक टन धान बेचा था। धान बेचने वाले किसानों की संख्या में इस वर्ष छह हजार 018 की वृद्धि हुई है। किसानों से खरीदे गए धान के एवज में 252 करोड़ 73 लाख 13 हजार 792 रूपए किसानों के बैंक खातों में ऑनलाइन तरीके से पहुंचा दिया गया है। चालू खरीफ सीजन में कुल पंजीकृत किसानों में से 92 प्रतिशत किसानों ने अपना धान बेचा है। धान बेचने के लिए पंजीकृत 32 हजार 591 किसानों में से 29 हजार 950 किसानों ने समर्थन मूल्य पर अपना धान बेचा है। पिछले वर्ष पंजीकृत किसानों में से 86 प्रतिशत किसानों ने अपना धान बेचा था।
जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष धान बेचने के लिए पंजीकृत रकबा में तीन हजार 573 हेक्टेयर की वृद्धि हुई है। पिछले वर्ष 45 हजार 805 हेक्टेयर रकबा धान बेचने के लिए पंजीकृत थे। इस वर्ष पंजीकृत रकबा 49 हजार 378 हेक्टेयर है। बेचे गए धान के कुल रकबे में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष नौ हजार 855 हेक्टेयर की वृद्धि हुई है। वर्ष 2019-20 में बेचे गए धान का कुल रकबा 26 हजार 704 हेक्टेयर था जो कि इस वर्ष बढ़कर 36 हजार 559 हेक्टेयर हो गया है। जिले में कुल 49 धान खरीदी केन्द्र बनाए गए थे। धान उपार्जन केन्द्र उतरदा में सबसे अधिक एक हजार 239 पंजीकृत किसानों ने अपना धान समर्थन मूल्य पर बेचा है। धान खरीदी केन्द्र नवापारा में सबसे अधिक 80 हजार 906 क्विंटल धान की खरीदी हुई है।

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