लोड अरेंजमेंट का बहानाः खदानों से करोड़ों की कोयला चोरी- पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर

राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग में की शिकायत, 15 दिन के भीतर कार्रवाई कर मांगी रिपोर्ट

कोरबा 29 मार्च। पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने कोरबा की कोयला खदानों से एक हजार करोड़ से अधिक की कोयला चोरी का आरोप लगाया है। उन्होंने इसकी शिकायत राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग में की है। आयोग ने एसईसीएल, कलेक्टर कोरबा, और एसपी को जवाब तलब कर 15 दिनों के भीतर कार्रवाई कर रिपोर्ट मांगी है।

श्री कंवर ने बताया कि कोरबा जिले में एसईसीएल की कोयला खदानें हैं। वहां निवास करने वाले आदिवासी, और अन्य समाज के लोगों की जमीन को अधिग्रहित कर उनकी जमीनों के अंदर से कोयले का उत्खनन करने से देश और प्रदेश को अत्यधिक राजस्व की प्राप्ति होती है। लेकिन इसमें एसईसीएल और जिला प्रशासन के अफसर संलिप्त होकर कोयला चोरी करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि एसईसीएल की खदानों से जहां पर रेक लोडिंग होती है, वहीं से लोड अरेजमेंट का बहाना बनाकर एसईसीएल के माईंस से रेलवे साइडिंग पर कोयले से भरी रेक को रोककर लोड अरेजमेंट के नाम पर एसईसीएल की विभिन्न खदानों से सभी अधिकारी-कर्मचारी कोल माफियाओं से मिलकर गिरोह बनाकर राष्ट्रीय संपत्ति की चोरी करा रहे हैं।

मानिकपुर साइडिंग का मामला ठंडे बस्ते में
बताते चलें कि इस तरह के मामले में पूर्व गृह मंत्री ननकी राम कंवर के द्वारा गेवरा रोड-चाम्पा रेलखंड पर सरगबुंदिया में अवैध रूप से संचालित कोयला साइडिंग के संबंध में लगातार शिकायत की गई। इसके बाद यहां काम बंद करके कोरबा रेलवे स्टेशन के निकट मानिकपुर के पास कोयला एडजस्टमेंट के नाम से हर दिन ओवरलोड रेल रैक से कोयला निकाल कर उसे ट्रकों व अन्य मालवाहनों के जरिए सड़क मार्ग से अफरा-तफरी किया जाता रहा। इस मामले में कोरबा पुलिस ने सिटी कोतवाली में एक एफआईआर दर्ज की थी। इस मामले में नागपुर की कंपनी के लोगों विरुद्ध अपराध पंजीकृत किया गया लेकिन जांच के नाम पर अब तक नतीजा शून्य ही है। इस मामले के विवेचना अधिकारी एएसआई टंकेश्वर यादव नियुक्त किए गए हैं।

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