गैंगवॉर: भाजपा पाली मंडल अध्यक्ष हत्या के आरोप में गिरफ्तार, थानेदार लाइन अटैच

कोरबा 29 मार्च। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के पाली थाना क्षेत्र में गैंगवार और एक युवक की हत्या के मामले में भाजपा पाली मंडल अध्यक्ष को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पाली थाना प्रभारी को लाइन अटेच कर दिया गया है। घटना के बाद पाली में तनाव व्याप्त है। 9 आरोपियों ने थाना में सरेंडर कर दिया है, जबकि 3 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनमें भारतीय जनता पार्टी के पाली मंडल का अध्यक्ष, उनका भाई और एक अन्य रिश्तेदार शामिल है। कुछ अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं। मामले में secl का सब एरिया मैनेजर को भी आरोपी बनाया गया है।

आपको बता दें कि कोरबा जिले के पाली थाना अंतर्गत एसईसीएल कोरबा एरिया की सरायपाली बुड़बुड़ कोयला खदान है। यहां लंबे समय से कोयला के कारोबार में वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। इस लड़ाई में शुक्रवार को आखिरकार एक ट्रांसपोर्टर रोहित जायसवाल की जान चली गई। लम्बे समय से यह बात प्रशासन, शासन और संगठन के बीच चर्चा में थी कि समय रहते अगर दोनों गुटों के विवाद को नहीं रोका गया तो भविष्य में बड़ी घटना हो सकती है। घटना को लेकर एसईसीएल के चंद अधिकारियों के साथ-साथ स्थानीय पुलिस की समय रहते निभाई जाने वाली मध्यस्थता की भूमिका की नाकामी को भी नकारा नहीं जा सकता। तमाम आशंकाओं- कुशंकाओं के बीच आखिरकार यह बढ़ता तनाव शुक्रवार की रात 10 बजे बड़े गैंगवार के रूप में सामने आया। पाली क्षेत्र में कोयला की लड़ाई में यह गैंगवार अमन पसंद लोगों के बीच आक्रोश और शोक मिश्रित सन्नाटे के साथ चिन्ता की वजह बन गया है।

बताया गया कि एमटीसी कंपनी ग्रुप के रोहित जायसवाल व अन्य लोगों के साथ दूसरे ग्रुप के लोगों का पहले लोडिंग को लेकर सरायपाली परियोजना के गेट पर विवाद हुआ और विवाद इतना बढ़ा कि आपस में जमकर मारपीट हो गई। इस गैंगवार के दौरान हथियार के रूप में कत्ता, तलवार और बंदूक का इस्तेमाल करने की भी बातें सामने आई है।

इस घटना में मृत रोहित जायसवाल के सीने पर चाकूनुमा हथियार के साथ-साथ बंदूक से गोली मारने की भी बात सामने आई है। अपुष्ट तौर पर सम्भवतः गोली पेट में लगी है।

बताया जा रहा है कि इस गैंगवार में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए, जिनमें से दो को अस्पताल पहुंचाया जा सका और इसमें से रोहित जायसवाल की मौत हो गई जबकि घटनास्थल से तीन लोग कथित तौर पर लापता बताए जा रहे हैं। लापता बताए जा रहे ये लोग एमटीसी कंपनी ग्रुप के बताए जा रहे हैं।

दूसरी ओर मृतक के भाई की लिखित शिकायत में नामजद किए गए लोगों की तलाश तेज हो गई है। बढ़ते आक्रोश को कम करने के लिए पुलिस लगातार कार्य कर रही है। इस घटना में 16 लोगों पर FIR दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमों का गठन कर उन्हें रवाना कर दिया गया है। साइबर सेल की टीम भी आरोपियों को ट्रैक करने में जुटी है। विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली है कि 8 से 9 लोगों ने थाना पहुंच कर आत्म समर्पण कर दिया है। इन लोगों के बयान कलमबद्ध किये जा रहे हैं।

जानकारी के अनुसार घटना दिनांक को पाली के थानेदार विनोद सिंह थाना से नदारद रहे । ड्यूटी में बरती गई लापरवाही को ध्यान में रखते हुए एसपी सिद्दार्थ तिवारी ने पाली थाना प्रभारी एस आई विनोद सिंह को तत्काल लाइन अटैच कर दिया है। दर्री थाना संभाल रहे राजेश तिवारी को पाली का थानेदार बनाया गया है। दर्री थाना का प्रभार निरीक्षक ललित चन्द्रा को दिया गया है।

हत्या के बाद पाली शहर में आक्रोश फैल गया है। मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि पुलिस को पहले से इस विवाद की जानकारी थी, लेकिन समय रहते उचित कार्रवाई नहीं की गई। रोहित के भाई ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की है। इस बीच इलाके में तनाव को देखते हुए पुलिस ने चप्पे- चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात कर दिया है। इस घटना के विरोध में स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों ने पाली नगर को बंद रखने का ऐलान किया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार पाली में शुक्रवार देर रात ट्रांसपोर्टर के दो गुटों के बीच गैंगवार की बड़ी घटना के मामले में 16 लोगो के ख़िलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है। रोशन ठाकुर, गौरव सिंह ठाकुर,वासु ठाकुर, सौरभ श्रीवास, सुशांत ठाकुर उर्फ सीजू, संस्कार ठाकुर, मोंटी कश्यप, मुकेश श्रीवास, सुनील सागर, प्रभात दुबे, निलेश सिह राज, कैलाश कैवर्त, अनिल मरावी उर्फ छोटू, मयंक सिंह ठाकुर, सूरज पासवान के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। एसईसीएल के सब एरिया मैनेजर सुरेंद्र सिंह चौहान के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।

पाली में ट्रांसपोर्टर की हत्या के मामले में भाजपा के पाली मंडल अध्यक्ष रोशन सिंह ठाकुर व उसके भाई व भांजा को पुलिस ने जिले के समीपवर्ती सीमा से गिरफ्तार किया है।

मृतक के भाई अनिल जायसवाल ने बताया है कि खदान में कोयला हेराफेरी से विवाद शुरू हुआ। रौशन सिंह ठाकुर सब एरिया से मिलकर स्टीम कोयला का सप्लाई करता था, वो चाहता था केवल वहीं काम करे कोई और नहीं, अब एरिया और तो आई को पैसा देता था। इनही की मिली भगत से इस विवाद करने वाले को हटाओ कहकर उनके सामने अब एरिया और टी आई की मिली भगत से रौशन ने मेरे भाई को मारा। अब एरिया और टी आई पर हत्या का केस दर्ज किया जाए। रौशन और साथियों को फांसी की सजा दी जाए। जब तक सबकी गिरफ्तारी नहीं हो जाती बॉडी नहीं लेंगे पाली बंद रहेगा पूरा कोरबा इस आग में जलेगा।

मृतक के भाई अनिल जायसवाल ने बताया कि दोनों पक्षों में विवाद 6 माह पहले शुरू हुआ था। रौशनसिंह और साथी कई बार हमला किए लेकिन थाना प्रभारी, रौशन से पैसे लेकर हर बार मामला दबा देता था। आज थाना प्रभारी के सामने, सब एरिया की मिली भगत से हमारे भाई की हत्या हुई है। रौशन सिंह और थाना प्रभारी विनोद सिंह सहित अन्य लो भाई को चार पांच घंटे से घेर कर रखे थे, थाना प्रभारी के सामने में, थाना प्रभारी ने जबरदस्ती अपने सामने बिठाकर रखा, जब तक हम लोग पहुंचे हत्या काने बोल दिया। थाना प्रभारी और सब एरिया की शह पर मेरे सामने, भाई की चाकू और गोली मारकर हत्या कर दी। तुरंत खत्म हो गया।

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