जिले के 32 हजार 589 पंजीकृत किसानों से 27 समितियों के माध्यम से होगी धान खरीदी

  • मक्का बेचने के लिये जिले के दो हजार 686 किसानों ने कराया पंजीयन
  • कलेक्टर श्रीमती कौशल ने धान खरीदी केन्द्रों में व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने अधिकारियों को दिये निर्देश

कोरबा 18 नवंबर 2020. खरीफ वर्ष 2020-21 में धान-मक्का खरीदी के लिये जिले के किसानों का पंजीयन पूरा कर लिया गया है। इस खरीफ सीजन में जिले के 32 हजार 589 किसान 27 समितियों के माध्यम से अपना धान बेचेंगे। जिले में धान खरीदी के लिये कुल 32 हजार 589 किसानों का पंजीयन है। इस वर्ष नये पंजीकृत किसानों की संख्या पांच हजार 746 है। पिछले वर्ष 27 हजार 694 पंजीकृत किसानों द्वारा समितियों के माध्यम से धान बेचा गया था। धान खरीदी के लिये सभी पंजीकृत किसानों के धान के रकबे का खसरा सत्यापन की प्रक्रिया भी पूर्ण कर ली गई है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के निर्देशानुसार धान खरीदी केन्द्रो में भी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित की जा रही है। कलेक्टर ने अधिकारियों को धान खरीदी केन्द्रों में धान खरीदी के पूर्व फड़, कम्प्यूटर, प्रिंटर, कांटा-बांट, जनरेटर, यूपीएस, नमी मापक यंत्र, डेªनेज, केप कव्हर्स इत्यादि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। जिले में मक्का खरीदी के लिये मक्का बेचने वाले किसानों के पंजीयन की प्रक्रिया भी पूर्ण कर ली गई है। मक्का खरीदी जिले में 41 समितियों के माध्यम से की जाएगी। जिले में मक्का बेचने के लिये कुल दो हजार 686 पंजीकृत किसान हैं। इस वर्ष मक्का बेचने के लिये नया पंजीयन कराने वाले किसानों की संख्या कुल 595 है। मक्का खरीदी के लिये दो हजार 686 मक्का किसानों के 403 हेक्टेयर मक्के के रकबे का सत्यापन भी पूरा कर लिया गया है।
प्रदेश सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के लिये किसानों के पंजीयन की अवधि 17 नवंबर तक बढ़ानेे के बाद जिले में नये-पुराने मिलाकर 32 हजार 589 किसानों का पंजीयन किया गया है। इन पंजीकृत किसानों का धान के फसल का रकबा 48 हजार 113 हेक्टेयर है। जिले में इस वर्ष समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिये पांच हजार 746 नये किसानों ने सहकारी समितियों में अपना पंजीयन कराया है। पिछले वर्ष धान खरीदी के लिये जिले में 27 हजार 694 किसानों ने पंजीयन कराया था, जिनमें से इस वर्ष रकबा सत्यापन के बाद 851 किसानों का पंजीयन निरस्त हुआ है। पिछले वर्ष के पंजीयन अनुसार 26 हजार 843 किसानों के धान के रकबे के सत्यापन के बाद 42 हजार 274 हेक्टेयर रकबे की सोसायटी माॅड्युल में खसरा प्रविष्ट किया गया है। इसी प्रकार पांच हजार 746 नये पंजीकृत किसानों के पाॅंच हजार 838 हेक्टेयर धान के रकबे की इंट्री सोसायटी माॅड्युल में हो चुकी है।
उल्लेखनीय है कि किसानों की सुविधा के लिये राज्य शासन ने धान खरीदी के लिये किसानों के पंजीयन की तिथि 17 नवंबर तक बढ़ाया था। धान एवं मक्का खरीदी के लिये जिन किसानों ने खरीफ वर्ष 2019-20 में पंजीयन करा लिया था, उन्हें नए पंजीयन की जरूरत नहीं पड़ी। पिछले सीजन में पंजीकृत किसानों की दर्ज भूमि, धान और मक्के के रकबे और खसरे को राजस्व विभाग द्वारा अद्यतन किया किया गया है। खरीफ वर्ष 2020-21 में किसान पंजीयन के लिए पिछले वर्ष 2019-20 में पंजीकृत किसानों का डाटा कैरी-फाॅरवर्ड किया गया है।

Spread the word