अमेरिका भी जूझ रहा भ्रष्टाचार और नौकरशाही से, लगेगी लगाम

वाशिंगटन. भ्रष्टाचार, लोकतंत्र पर हावी नौकरशाही, घाटे का बजट, सरकारी कामकाज में ट्रांसपैरेंसी की कमी, इन सारी समस्याओं को सामान्य तौर पर तीसरी दुनिया के देशों से जोड़कर देखा जाता है। लेकिन असल में सुपर पॉवर अमरीका और दुनिया का सबसे पुराने लोकतंत्र कहे जाने वाला अमरीका बेतरह इन समस्याओं से जूझ रहा है।
अमरीका में डॉनल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद सत्ता के एक और केंद्र के रूप में उभर रहे एलन मस्क ने ट्रंप की मौजूदगी में ‘ओवल ऑफिस’ में पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। कॉन्फ्रेंस में चार साल के बेटे को साथ पहुंचे मस्क ने उन सवालों के जवाब दिए, जो उनके कामकाज को लेकर अमरीका में उठ रहे थे। इस दौरान मस्क और ट्रंप ने अमरीका में व्यापक रूप से मौजूद भ्रष्टाचार, नौकरशाही और ट्रांसपैरेंसी में कमी पर भी बात की।
इस दौरान मस्क ने यह भी कहा कि अमरीका की बहुचर्चित अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी (यूएसएआईडी) मदद के बहाने से दुनिया भर के देशों के लोकतंत्र में दखल दे रही थी। लेकिन पूरी बातचीत के दौरान मस्क ने पत्रकारों के सामने यह भी स्वीकार किया कि वह गलती कर सकते हैं और उनको सही किए जाने की जरूरत होगी। यह भी गौर करने की बात है कि पूरी बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने अपने दावों के समर्थन में कोई प्रमाण नहीं दिया।
भ्रष्टाचार के उदाहरण
■150 साल के लोग देश में नहीं, पर उठा रहे सोशल सिक्योरिटी का पैसा
■ 3 महीन की ठेके की नौकरी पर आए लोग 20 साल तक लेते रहे भुगतान
■ अवैध प्रवासियों को रखने के लिए दोगुने दामों पर होटल को 59 मिलियन डॉलर का भुगतान
लोकशाही पर नौकरशाही हावी
मस्क ने कहा, लोकतंत्र पर नौकरशाही हावी है, जो निर्वाचित नहीं है। इस नौकरशाही के पास कई मायनों में वर्तमान में किसी भी निर्वाचित प्रतिनिधि की तुलना में अधिक शक्ति है। यह ऐसी चीज नहीं है जो लोग चाहते हैं। हम इसमें भारी कटौती करेंगे।
घाटे में चल रही सरकार
मस्क ने कहा, फिर हमें घाटे का भी इलाज करना है। क्योंकि हमारे पास 2 ट्रिलियन डॉलर का घाटा है। अगर हम इस घाटे के बारे में कुछ नहीं करते हैं, तो देश दिवालिया हो जाएगा। हमारे रक्षा बजट से ज्यादा पैसा हम कर्ज पर ब्याज चुकाते हैं।