प्रोजेक्ट डिजीकोल से कस रहा है डीजल चोरों पर लगाम-एसईसीएल प्रबंधन

कोरबा 31 दिसंबर। कोरबा-पश्चिम में एसईसीएल की कोयला खदान से डीजल चोरी का खुलासा होने के बाद एसईसीएल प्रबंन्धन ने सफाई देते हुए एक लिखित प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि एसईसीएल को “प्रोजेक्ट डिजीकोल” के माध्यम से खदान क्षेत्रों में डीजल चोरी की घटनाओं पर रोक लगाने में सफलता मिल रही है। एसईसीएल विजिलेन्स विभाग के नेतृत्व में कंपनी की मेगा परियोजना अंतर्गत गेवरा, दीपका और कुसमुंडा में पिछले एक महीने में 12 ऐसे मामलों का पता लगाया गया है तथा सभी प्रकरणों में संबंधित विभागो को जाँच के आदेश दिए गए हैं। इन सभी प्रकरणों में एसईसीएल प्रबंधन द्वारा एफआईआर भी दर्ज की गई है।

डिजिटल सॉल्यूशंस की मदद से मिली सफलता
एसईसीएल प्रबंधन ने बताया की “प्रोजेक्ट डिजीकोल” के अंतर्गत डंपरों में लगाए गए उन्नत सेंसर असामान्य रूप से डीजल कम होने की स्थिति में तुरंत अलर्ट जारी करते हैं। यह अलर्ट व्हाट्सएप और ईमेल के माध्यम से संबंधित अधिकारियों को भेजा जाता है, जिससे त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित होती है। डीजल चोरी के प्रकरणों में एसईसीएल प्रबंधन, कोरबा पुलिस के साथ मिलकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की पहल कर रही है।

सख्त रुख और आधुनिक तकनीकों का उपयोग
डीजल चोरी पर रोक लगाने के लिए एसईसीएल प्रबंधन ने सख्त रवैया अखतियार किया है तथा दोषी ड्राइवरों, ऑपरेटरों, कर्मचारियों या अधिकारियों पर कड़े एक्शन की तैयारी है। एसईसीएल विजिलेंस की टीम लगातार मेगा प्रोजेक्ट का दौरा कर रही है तथा आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। “प्रोजेक्ट डिजीकोल” के तहत खदानों को डिजिटल बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।

Spread the word