राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस पर बीहड़ आदिवासी अंचल श्यांग में विधिक साक्षरता कार्यक्रम संपन्न

व्यवहार न्यायाधीश करतला श्री हेमंत राज धुर्वे मुख्य रूप से हुए शामिल।

कोरबा। भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 1995 में शुरू किया गया राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस का उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों को मुफ्त कानूनी सहायता और समर्थन प्रदान करना है। प्रति वर्ष 9 नवंबर को राष्ट्रीय स्तर पर विधिक सेवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। जिसमे देश भर में विभिन्न क्षेत्रों में विधिक साक्षरता का कार्यक्रम आयोजित होता है।

विधिक सेवा दिवस के अवसर पर अध्यक्ष जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री सत्येंद्र कुमार साहू के निर्देश, सुश्री डिंपल भेड़िया सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा के मार्गदर्शन में एवं श्री हेमंत राज धुर्वे व्यवहार न्यायाधीश एवं अध्यक्ष तालुका विधिक सेवा समिति करतला के मुख्य आतिथ्य में बीहड़ आदिवासी अंचल ग्राम श्यांग में विधिक साक्षरता कार्यक्रम आयोजित की गई। जहां स्कूल प्रांगण में श्री धुर्वे का स्कूली छात्राओं ने स्वागत नृत्य के माध्यम से स्वागत किया। कार्यक्रम में श्री धुर्वे के द्वारा नशा मुक्ति, मोटर वाहन दुर्घटना अधिनियम, टोनही प्रताड़ना, नालसा टोल फ्री नंबर 15100 सहित लोक अदालत के विषय पर सूक्ष्म प्रकाश डालते हुए ग्रामीणों को विधिक जानकारियों से लाभान्वित किया।

कार्यक्रम में पुलिस महकमे से डीएसपी बी मिंज, थाना प्रभारी श्यांग तारा चंद रजक, थाना प्रभारी करतला कृष्ण कुमार वर्मा ने मुख्य रूप से सजग अभियान के तहत ग्रामीणों को साइबर अपराधों से अवगत करा कर जागरूक किया। क्षेत्र को नशा मुक्त बनाने आबकारी अधिनियम की जानकारी ग्रामीणों को दी।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से व्यवहार न्यायाधीश करतला श्री हेमंत राज धुर्वे , डीएसपी बी मिंज, थाना प्रभारी श्यांग तारा चंद रजक, थाना प्रभारी करतला कृष्ण कुमार वर्मा, पैरालीगल वॉलेंटियर लाला राम राठिया, पैरालीगल वॉलेंटियर रविशंकर सागर, पैरालीगल वॉलेंटियर विजय लक्ष्मी सोनी, पैरालीगल वॉलेंटियर मो आवेश कुरैशी, प्रधान आरक्षक वीरेंद्र भगत, व्याख्यता श्रीमती लेखा राठौर सहित क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों के सरपंच, उप सरपंच, वार्ड पंच, महिला समिति से सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण उपस्थित होकर विधिक जानकारियों से लाभान्वित हुए।

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