पदोन्नति नीति में किए संशोधन को वापस लेने उठी मांग

कोरबा 01 अगस्त। कोरबा एचएमएस से संबद्ध कोयला श्रमिक सभा ने कोल इंडिया के अध्यक्ष को पत्र लिखा है, जिसमें कोयला कंपनियों के कर्मचारियों के अधिकारी वर्ग में प्रमोट करने को लेकर जारी पदोन्नति नीति को वापस लेने मांग की है। पदोन्नति नीति में संशोधन के बाद माइनिंग कर्मचारियों का विरोध भी सामने आया था।

कोयला खदानों में कार्यरत माइनिंग कर्मचारियों को फस्र्ट क्लास व सेकंड क्लास मैनेजर की परीक्षा देने के बाद अधिकारी बनने का मौका मिल जाता था, लेकिन अब नई पदोन्नति नीति में ग्रेड ए में तीन साल का अनुभव जरूरी है। परीक्षा पास करने के बाद भी कर्मचारियों को ग्रेड सी से ग्रेड , में आने के बाद तीन साल का अनुभव लेने के बाद ही अधिकारी वर्ग में प्रमोट किया जाएगा। इससे अब नई पदोन्नति नीति का विरोध शुरू हो गया है। कोयला श्रमिक सभा ने भी पुराने पदोन्नति नीति को ही कोल इंडिया में लागू करने की मांग की है। पत्र में एचएमएस नेता शिवकुमार यादव ने बताया है कि माइनिंग सरदार या ओवर मैन के ग्रेड , तक पहुंचने में ही 25 साल या इससे अधिक का समय लग जाता है। इसके बाद भूमिगत खदान में 3 साल का अनुभव भी जरूरी है।

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