कोयला आधारित उद्योगों में स्वास्थ का आंकलन करेंगे न्याय मित्र

कमल दुबे

बिलासपुर 26 जुलाई। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट बिलासपुर ने कोयला आधारित उद्योगों के कर्मचारियों और कामगारों के स्वास्थ्य पर कार्य की प्रक्रिया के दौरान पड़ने वाले प्रभाव के आकलन के लिए न्याय मित्र नियुक्त किया है। ये न्याय मित्र 28 अगस्त 2023 को अपनी रिपोर्ट उच्च न्यायालय को सौंपेंगे।

उच्च न्यायालय ने कुल 8 न्याय मित्र नियुक्त किये हैं, जो छत्तीसगढ़ के 97 कोयला आधारित उद्योगों में पहुंचकर औद्योगिक गतिविधियों का सम्बन्धित उद्योगों में कार्यरत कर्मचारियों और कामगारों के स्वास्थ पर पड़ने वाले प्रभाव का आकलन करेंगे। इन उद्योगों में कोरबा जिले में स्थापित राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम लिमिटेड ( एनटीपीसी), छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कम्पनी, भारत एल्युमिनियम कम्पनी ( बालको ), ए सी बी, लैंको अमरकंटक पावर प्लांट भी शामिल हैं।

उच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त Court Commissioner – में श्री प्रतीक शर्मा, श्री संजय कुमार अग्रवाल, श्री पी. आर. पाटनकर, श्री अपूर्व त्रिपाठी, श्री संघर्ष पांडे, सुश्री रजनी सोरेन, सुश्री अदिति सिंघवी और श्री पलाश तिवारी शामिल हैं।

अपूर्व त्रिपाठी, छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय द्वारा न्यायमित्र ( Court Commissioner) नियुक्त होने वाले सरगुजा के पहले अधिवक्ता।

आपको बता दें कि कोयले पर आधारित ताप विद्युत गृह खतरनाक प्रक्रिया के उद्योगों की श्रेणी में आते हैं। औद्योगिक कानूनों में इनमें कार्यरत कर्मचारियों के स्वास्थ्य पर इन प्रक्रियाओं से होने वाले असर की समय समय पर जांच और अध्ययन की एक निश्चित प्रक्रिया निर्धारित की गई है। छत्तीसगढ़ राज्य में कोयले पर आधारित ताप विद्युत संयंत्रों में कर्मचारियों के औद्योगिक स्वास्थ्य और कल्याण के कार्यक्रमों की क्या स्थिति है? ये जानने के लिए, छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय द्वारा आठ नयायमित्रों को नियुक्त किया गया है। ये न्यायमित्र उच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित किए गए संयंत्रों में जाकर आकलन करेंगें और 28 अगस्त 2023 तक अपनी रिपोर्ट उच्च न्यायालय में प्रस्तुत करेंगे।

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