भगवान जगदीश की शोभायात्रा रथजुतिया पर्व 20 जून को धूमधाम से मनाई जाएगी

कोरबा 05 जून। आषाढ़ शुक्ल के द्वितीया को मनाया जाना वाला भगवान जगदीश की शोभायात्रा रथजुतिया पर्व 20 जून को धूमधाम से मनाई जाएगी। शहर के निकट ग्राम दादरखुर्द का रथयात्रा उत्सव जिले भर में प्रसिद्ध है। मान्यता के अनुसार आषाढ माह के प्रथम दिन से मंदिर का पट बंद हो जाएगा। इस दौरान बीमार होने के कारण उन्हे 15 दिनों तक मौसमी फल आम रस व जामुन का भोग लगाया जाएगा। ब्रह्ममुहुर्त में रथजुतिया के दिन मंदिर का पट खुलेगा। रथजुतिया पर्व की तैयारी को लेकर ग्रामीणों में उल्लास देखा जा रहा है।

दर्शनीय रथ यात्रा को भव्य रूप से आयोजित करने के लिए ग्राम दादर खुर्द के भगवान जगन्नाथ मंदिर में तैयारियां शुरू हो गई है। आयोजन में विशेष आकर्षण केंद्र भगवान जगन्नाथ, बलभद्र व सुभद्रा की प्रतिमाओं को सुसज्जित कर रथ में बैठाया जाता है। खींचने के लिए रथ को विशेष तौर सजाया जा रहा है। प्रतिवर्ष होने वाले इस आयोजन को लेकर ग्राम वासियों में उल्लास का वातावरण देखा जा रहा है। यह परंपरा पुराने समय से यहां चली आ रही है। रथयात्रा के दिन प्रतिवर्ष यहां हजारों की तादात में श्रद्धालु उपस्थित होते हैं। गांव में मेले का भी आयोजन किया जाता है।

मंदिर के पुजारी ने रामेश्वर प्रसाद द्विवेदी ने बताया कि यह आयोजन समस्त ग्राम वासियों के सहयोग से होता है। जनश्रुति के अनुसार भगवान जगन्नाथ स्वामी इस दिन अपने भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा के साथ अपने मौसी के घर जाते हैं। परंपरा के अनुसार गांव के मंदिर से भगवान जगन्नाथ स्वामी को रथ में बैठाकर गांव भर में भ्रमण कराया जाता है। इस आयोजन में रथ खींचने के उत्सुकता के साथ श्रद्धालु पुण्य लाभ लेने गांव पहुंचते हैं। पुजारी द्विवेदी का कहना है कि रथयात्रा के दिन गांव तक आवागमन के लिए बस का संचालन किया जाना चाहिए। निजी वाहनों में गांव तक श्रद्धालुओं के आने से पार्किंग की समस्या होती है। वाहन चलाए जाने से न केवल अधिक से अधिक दर्शनार्थियों को दर्शन लाभ मिलेगा बल्कि व्यवस्था में भी सुधार आएगी। बीते दो वर्षों तक कोरोना काल के कारण ग्राम वासियों को उत्सव का संक्षिप्त आयोजन करना पड़ा था। संक्रमण कम होने से ग्रामीणों में उत्सव आयोजन को लेकर उल्लास देखा जा रहा है। ग्रामीणों की माने तो जगदीश की रथयात्रा में शामिल होने के उनके स्वजन खास बेटियां अपने परिवार सहित आती हैं। रथ यात्रा पर्व के अवसर पर इस बार मंदिर समिति की ओर भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन कि किया जाएगा। ग्राम दादर विकास समिति के अध्यक्ष कृष्णा द्विवेदी ने बताया कि छत्तीसगढ़ के जाने माने मानस गायन कलाकार कामता प्रसाद का गरियाबंद से आगमन होगा। मानस मंडली के कलाकार 20 जून को रात्रि आठ बजे से भक्ति गीतों की प्रस्तुति प्रस्तुति होगी।

गांव में सरकारी शराब दुकान संचालन की वजह से अव्यवस्था की स्थिति निर्मित होती है। ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष कृष्णा द्विवेदी ने बताया कि रथयात्रा के दिन शराब दुकान को बंद करने की मांग कलेक्टर से की जाएगी। द्विवेदी ने बताया कि बीते वर्ष भी ग्रामवासियों ने इसकी मांग की थी, लेकिन पूरा नहीं हुआ। आशा है कि इस बार प्रशासन की ओर से इस मामले में ठोस निर्णय लिया जाएगा। दादरखुर्द की रथयात्रा 122 साल पुरानी है। मंदिर के पुजारी रामेश्वर द्विवेदी ने बताया इस पर्व की शुरूआत गांव के मालगुजार थवाईत परिवार ने की थी। परिवार के सदस्यों का आज भी आयोजन महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जिले में भगवान जगदीश की एकमात्र मंदिर होने के कारण रथयात्रा के दिन दूर दराज से श्रद्धालु आते हैं।

Spread the word