खदान क्षेत्रों में गाज गिरने से पहले दामिनी एप देगी चेतावनी

कोरबा 04 जून। बारिश के दौरान कोयला खदानों में कोयला उत्पादन और डिस्पैच प्रभावित होता है। गाज के कारण महंगे मशीनों के खराब होने का खतरा भी बना रहता है। अगर बिजली गिरने से पहले इसकी जानकारी मिल जाए तो इस नुकसान से बचा जा सकता है। कुछ इसी तरह की तकनीक दामिनी एप में मौजूद है, जिसका इस्तेमाल करने की सलाह एसईसीएल मुख्यालय की ओर से सभी एरिया महाप्रबंधक को दी गई है। महाप्रबंधक ई एंड टी विभागाध्यक्ष द्वारा जारी किए गए सर्कुलर में कहा गया है कि वर्षाकाल में आकाशीय बिजली की वजह से संवेदनशील इलेक्ट्रानिक उपकरणों को क्षति पहुचती है। जिसके लिए उपकरणों के सुरक्षा उपायों पर संभव कदम उठाये जाते रहे हैं। इस दिशा में पूना के आईआईटीएम तथा इएसएसओ ने दामिनी नाम से एक लाईटिनींग एप तैयार किया है जो कि मोबाईल पर गुगल प्ले एवं एप्पल स्टोर पर बिना शुल्क उपलब्ध है। इस एप के द्वारा लाईटिनींग एक्टीविटी की मानीटरींग की जा सकती है। उपयोगकर्ता के मोबाईल के जीपीएस लोकेशन के आधार पर यह एप मानीटरींग की सुविधा प्रदान करता है। किसी भी गंभीर लाइटनिंग अथवा थनडरिंग के लगभग 30 से 45 मिनट पूर्व यह एप एलर्ट भेजना चालू कर देता है, जिससे समय रहते सुरक्षा के आवश्यक कदम उठाने में मदद मिल सकती है। इस एप्लीकेशन को उपयोग करने हेतु अनुमोदित किया जाता है ताकि कुछ हद तक मंहगे इलेक्ट्रानिक उपकरणों को समय रहते सुरक्षा प्रदान की जा सके। सभी संबंधितों को इस मोबाईल एप्लीकेशन का उपयोग करने हेतु जागरूक करवाने का भी बात कही गई है।

जनहानि भी रोकेगा ऐप:-बरसात के समय बिजली कडकऩा या गिरना आम बात है, लेकिन कभी कभार लोगों को जान भी गवानी पड़ती है। अब इससे बचा भी जा सकता है। इसके लिए बस अपने मोबाइल पर दामिनी लाइटनिंग अलर्ट एप डाउनलोड करना होगा। दामिनी लाइटनिंग अलर्ट मौसम के खराब होने के साथ ही आकाशीय बिजली के संबंध में लगभग 30 से 45 मिनट पहले ही मोबाइल पर अलर्ट देना शुरू कर देता है, जिससे आसानी से डेंजर जोन में आने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा सकता है। इसका दूसरा भाग ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम जीपीएस आंकड़ों को कम्प्यूटर पर भेज देता है, जिसकी मदद से मौसम और बिजली के गिरने और उसकी ताकत के बारे में पूरी जानकारी मिल जाती है। किसानों व आमजन के लिए उपयोगी होगा। आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं इस क्षेत्र में ज्यादा होती हैं। इससे पहले ही चेतावनी मोबाइल पर आ जाएगी।

प्ले स्टोर से कर सकते हैं डाउनलोड:- एप को मोबाइल के प्ले स्टोर से नि:शुल्क डाउनलोड कर सकते हैं। इसके बाद एप स्थान में बिजली गिरने की आशंका होने पर उपयोग करता है। वह तुरंत इसकी सूचना दे देता है। आकाशीय बिजली गिरने की घटना से पहले सावधान होने संबंधी अलर्ट दामिनी एप से पाया जा सकता है। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के इस एप पर मोबाइल में ओपन करने पर व्यक्ति जिस लोकेशन पर हैए वहां का मैप दिखाने वाला सर्किल आता है, यह सर्किल 20 किमी के व्यास में अगले 30-40 मिनट में बिजली संबंधी अलर्ट देता है। जिस जगह पर व्यक्ति मौजूद है, वहां बिजली गिरने वाली है या नहीं इसकी जानकारी सर्कल के नीचे हिंदी और अंग्रेजी में दी जाती हैं। बताता है कि वज्रपात खेत में काम, यात्रा के दौरान, घर के आसपास काम करते समय अगर बिजली गिरने का अलर्ट मिले तो कैसे बचाव किया जा सकता हैं।

चेतावनी मिलते ही उठाना होगा कदम:-अगर आपके इलाके में बिजली गिरने वाली है तो दामिनी ऐप आपको पहले ही चेतावनी देकर सावधान कर देगा। ऐसे में बिजली से बचने के लिए खुले खेतों, पेड़ों के नीचे, पहाड़ी इलाकों, चट्टानों के आसपास बिल्कुल न रुकें। धातुओं के बर्तन धोने से बचें और नहाने से तो बिल्कुल ही बचें बारिश से बचें और जमीन पर जहां पानी जमा हो, वहां भी खड़े न रहें। छाते का कतई इस्तेमाल न करें। बिजली के हाइटेंशन तारों और टावर से दूर रहें। घर के अंदर चले जाएं। अगर कहीं बाहर हों और घर जाना संभव न हो तो खुली जगह पर ही कान बंद कर घुटनों के बल बैठ जाएं। खतरा टलने पर घर चले जाएं।

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