जिला साहू संघ करेगा रूढिय़ों पर विराम लगाने का काम
कोरबा 14 अप्रैल। अच्छे विचारों और कार्यों से कोई भी समाज प्रगतिशील हो सकता है और अपनी एक अलग पहचान स्थापित करने में सफल हो सकता है। इस विचार को आगे बढ़ाने के लिए कोरबा में जिला साहू संघ कई प्रकार की रूढिय़ों पर ब्रेक लगाने को लेकर सक्रिय हो गया है। इस पर ना केवल सहमति बनी है बल्कि लोगों ने इसका स्वागत किया है।
कोरबा जिला साहू संघ के अध्यक्ष गिरिजा प्रसाद साहू ने बताया कि ईकाई के पुनर्गठित होने के साथ बदलाव को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं। अच्छे विचारों का स्वागत करने के साथ उन चीजों का हाशिये पर किया जा रहा है, जो समय के साथ प्रासंगिक नहीं रह गई है। इन्हें सामाजिक बुराई और रूढ़ी से ज्यादा और कुछ नहीं कहा जा सकता। इनकी वजह से न केवल गलत संदेश जा रहे हैं, बल्कि विकृतियां भी उत्पन्न हो रही थी। प्रदेश स्तर से हुए निर्णय के आधार पर फिलहाल दो स्तर पर ऐसे कार्यों को कोरबा जिले में शुरू किया गया है। गिरजा ने बताया कि चूंकि कई चीजें लंबे समय से चलन में बनी हुई है, इसलिए उन्हें एक झटके में खत्म करना असंभव तो नहीं मुश्किल जरूर है। इसलिए धीरे-धीरे इस पर काम किया जा रहा है। हमारे द्वारा मृत्यु संबंधित मामलों में होने वाली आगे की प्रक्रियाओं के अंतर्गत भोज में मिष्ठान का चलन बंद किया जा रहा है। न केवल इसकी शुरूआत हुई है बल्कि समाज इसे खुद आगे बढ़ा रहा है। इसी तरह किसी परिवार में विवाहित पुरूष सदस्य की मृत्यु होने पर पत्नी की चुडिय़ा तोडऩे की जो प्रथा इससे पहले तक तालाब में बनी हुई थी, उसे बदला जा रहा है। यह काम अब घर पर होगा। कोशिश यह है कि जिन कार्यों से भावनाएं आहत होती हैं और मनोदशा पर असर पड़ता है, उन्हें ब्रेक किया जाए।