कांग्रेस नेता, अधिकारी, शराब कारोबारी के ठिकानों पर छापा

रायपुर 29 मार्च. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज सुबह कांग्रेस नेता, अधिकारी, निगम से जुड़े प्रमुख चेहरे और शराब कारोबारी के ठिकानों पर छापा मारा है.

सूत्र बताते हैं कि मंगलवार को हुई छापेमारी में मिली जानकारी के आधार पर ईडी ने अपनी कार्रवाई का दायरा बढ़ाया है।

जानकारी के अनुसार ईडी ने शराब कारोबारी पप्पू भाटिया, अमोलक सिंह भाटिया, अनवर ढेबर, माइनिंग कारोबार से जुड़े सौरभ जैन, महापौर एजाज ढेबर, मंदीप चावला, विनोद सिंह सहित कई अन्य लोगों के ठिकानों पर छापा मारा है।

कोयला प्रकरण की जांच कर रही ईडी ने आज रायपुर और दुर्ग – भिलाई के शराब कारोबारियों को अपने निशाने पर लिया है. सभी से पूछताछ चल रही है।

आपको बता दें कि इससे पहले छत्तीसगढ़ में कोरबा जिले में कोयला घोटाला और डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड अर्थात डीएम एफ़ घोटाले को लेकर ईडी ने छापामार कार्रवाई की थी। कोयला घोटाला के मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पूर्व उपसचिव सौम्या चौरसिया और करीबी नेता सूर्यकांत तिवारी, एक आई ए एस अधिकारी सहित 9 लोग सेंट्रल जेल रायपुर में निरुद्ध है। पिछले महीने ही ईडी की टीम ने कलेक्टर कार्यालय में छापा मारकर डीएमएफ से संबंधित रिकॉर्ड जप्त किया था। इसी समय सौम्या चौरसिया की छोटी बहन के कोरबा स्थित ससुराल में भी ईडी ने जांच पड़ताल की थी। सूत्रों के अनुसार यहीं से ई डी को राखड़ घोटाले का सुराग मिला था।

सूत्रों का दावा है कि पिछले 4 वर्षों में अकेले कोरबा जिले के बिजली घरों से 500 करोड़ रुपयों से अधिक राशि खर्च कर राखड़ का परिवहन कराया गया है। राखड़ परिवहन के ठेके कथित रूप से उच्च स्तरीय राजनीतिक और प्रशासनिक प्रभाव में बाजार दर से दोगुने से अधिक दर पर दिए गए हैं। गंभीर बात यह है कि परिवहन ठेकेदारों ने जिले के नदी नालों सहित समूचे वन क्षेत्र मे राखड़ डालकर पर्यावरण को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है।

उल्लेखनीय है कि मंगलवार को ही ईडी ने छत्तीसगढ़ के बड़े उद्योगपति कमल सारडा समेत कई अन्य लोगों के ठिकानों पर दबिश दी है। ईडी की यह कार्रवाई कोल मामले में चल रही जांच से जुड़ी बताई जा रहा है। खबर है कि ईडी की यह कार्रवाई रायपुर, भिलाई में चल रही है। बिलासपुर, रायगढ़ और कोरबा में भी टीम के मूवमेंट हैं।

बताया जा रहा है कि रायपुर में मंदिर हसौद के पास ग्राम बहनाकाड़ी के जमीन दलाल सुरेश बांदे और वीआईपी करिश्मा अपार्टमेंट में एक सीए के यहां भी ईडी ने दबिश दी है। इन सभी जगहों पर दबिश देकर ईडी के अधिकारी जरूरी दस्तावेज खंगाल रहे हैं।

जन चर्चा है कि राखड़ घोटाले में कई नेताओं की बेनामी भागीदारी है और हवाला का लेन देन है। मामले की तह तक पहुंचने के बाद ई डी के हाथ इस सिलसिले में सबूत तक पहुंच सकते हैं। आने वाले दिनों में कई नामचीन चेहरे बेनकाब हो सकते हैं।

दूसरी ओर मंगलवार की ED की कार्रवाई के खिलाफ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मोर्चा खोलते हुए कहा है कि देश में आज कल हर जगह CBI – ED छापे मार रही है। वहीं आज सुबह छत्तीसगढ़ में ED ने बिलासपुर समेत कई शहरों में छापेमारी की है। छापेमारी को लेकर प्रदेश में राजनितिक बयानबाजी का सिलसिला शुरू हो गया है। नेता उद्योगपति, चार्टर एकाउंटेंट सहित कई लोगों पर ईडी ने दबिश दी है। प्रदेश में कोयला कारोबारी सारडा ग्रुप, विधायक विनोद चंद्राकर और प्रापर्टी डीलर के घर ईडी की टीम ने मंगलवार को सुबह दबिश दी। रायपुर, दुर्ग- भिलाई, महासमुंद, बिलासपुर और रायगढ़ में ईडी की टीम पहुंची है। जहां कार्रवाई चल रही है। इधर ईडी के छापे पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।

ईडी की छापेमारी इस बार उद्योगपतियों के साथ-साथ नेताओं और अधिकारियों के ठिकानों पर एक साथ हुई है। छापेमारी के दौरान ईडी की दिल्ली और छत्तीसगढ़ की टीम शामिल है। पिछले छह महीने से ईडी की टीम कोयला परिवहन घोटाले की जांच कर रही है।

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