कापानवापारा में अलार्म सुनकर उल्टे पांव भागे हाथी
कोरबा 28 मार्च। जिले के कटघोरा वनमंडल के हाथी प्रभावित केंदई रेंज में वन विभाग द्वारा लगाया गया सजग अलार्म ने सोमवार से काम करना शुरू कर दिया है। बीती रात रेंज के कापानवापारा में बस्ती में हाथियों का दल प्रवेश करने की कोशिश किया लेकिन हाथियों के यहां पर पहुंचने की जानकारी मिलते ही वन विभाग के अमले ने हाल ही में स्थापित सजग अलार्म को चालू कर दिया। अलार्म की आवाज सुनकर हाथी उल्टे पांव भागने को मजबूर हो गए। हाथियों के वापस लौटने से ग्रामीणों के साथ-साथ वन विभाग ने राहत की सांस ली है।
कल अलार्म सुनकर हाथी जरूर भागे लेकिन एक दिन पहले रविवार की रात हाथियों ने कापानवापारा में उत्पात मचाते हुए दो ग्रामीणों के मकान को ढहा दिया। इनमें इंद्रकुंवर पति गरीबा यादव तथा शिव वचन शामिल हैं। बताया जाता है कि इंद्रकुंवर के उक्त मकान को हाथियों ने उत्पात मचाते हुए जिस समय ढहाया उस समय इंद्रकुंवर व उसका परिवार गहरी नींद में सो रहा था। हाथी की चिंघाड़ व आहट सुनकर परिवार सहित जागे और छत पर चढ़कर अपनी जान बचाई। चार दिन पूर्व भी हाथियों ने यहां इंद्रकुंवर के घर को निशाना बनाया था तथा घर के दीवार के काफी हिस्से को तोड़ दिया था जिसे बमुश्किल उसने राजमिस्त्री बुलाकर दोबारा ठीक किया था। हाथियों ने रविवार की रात एक बार फिर पहुंचकर नवनिर्मित दीवार को ढहा दिया जिससे इंद्रकंवर व उसका परिवार दहशत में है। वहीं आर्थिक नुकसानी सहने को भी मजबूर है। ज्ञात रहे वन विभाग द्वारा हाथियों को भगाने तथा ग्रामीणों को सचेत करने के लिए कापानवापारा में इंद्रकुंवर के घर के छत पर ही अलार्म स्थापित कराया है। उसी घर को हाथियों ने रविवार की रात निशाना बनाया और ढहा दिया।
जानकारी के अनुसार कटघोरा वनमंडल के पसान रेंज के जलके सर्किल अंतर्गत गाड़ागोड़ा-बनिया में 21 हाथी घूम रहे हैं जबकि केंदई रेंज के कापानवापारा में 7 तथा कोरबी बीट में 10 हाथी विचरणरत हैं। रेंज में सक्रिय 7 हाथियों के दल ने कापानवापारा में बीती रात साढ़े 10 बजे के लगभग घुसकर उत्पात मचाने की कोशिश की थी लेकिन सजग अलार्म बजा दिए जाने से हाथियों का दल वापस लौट गया।
इधर कोरबा वनमंडल के कुदमुरा वन परिक्षेत्र में 15 हाथियों ने एक बार फिर दस्तक दे दिया है। धरमजयगढ़ क्षेत्र से पहुंचे हाथियों के इस दल को आज सुबह यहां के कलमीटिकरा गांव के शनिडेरा में देखा गया और इसकी सूचना वन विभाग को दी गई। हाथियों के कुदमुरा क्षेत्र में पहुंचने की सूचना मिलते ही वन विभाग सतर्क हो गया है। वहीं अमले को मौके पर भेजने के साथ ही कलमीटिकरा व आसपास के गांवों में मुनादी करा दी है। बड़ी संख्या में हाथियों के पहुंचने से ग्रामीण दहशत में हैं। कोरबा वनमंडल के बालको रेंज में 20 हाथी पहले से ही दूधिटांगर व फुटका पहाड़ के जंगल में डेरा जमाए हुए है। काफी दिनों तक जंगल में मौजूदगी के बाद भी हाथियों का दल यहां लगातार शांत बना हुआ है। अब तक कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुंचाया है।