बिकिनी किलर चार्ल्स शोभराज रिहा होगा..!
काठमांडू 22 दिसम्बर 2022। नेपाल में 2003 से जेल में बंद 78-वर्षीय फ्रांसीसी सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज अब रिहा होगा। वियतनामी मां और भारतीय पिता के बेटे शोभराज को बिकिनी किलर भी कहा जाता है क्योंकि इसके द्वारा मारी गईं कुछ महिलाएं बिकिनी में मिली थीं। भारत में फ्रांसीसी और इजरायली नागरिक को मारने को लेकर शोभराज को 21 साल की सजा हुई थी।
नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने फ्रांसीसी बिकिनी किलर चार्ल्स शोभराज की उम्र के मद्देनज़र उसे रिहा करने का आदेश दिया है। आदेशानुसार, रिहाई के 15 दिनों में उसे निर्वासित भी कर दिया जाएगा। 78-वर्षीय शोभराज फर्ज़ी पासपोर्ट के ज़रिए नेपाल में प्रवेश करने और 2 अमेरिकी पर्यटकों की हत्या के आरोप में 2003 से नेपाल की जेल में बंद है।
चार्ल्स शोभराज जुर्म की दुनिया का ऐसा नाम है, जिससे लोग थर-थर कांपने लगते थे। युवावस्था में जुर्म की दुनिया में दाखिल होने के बाद चार्ल्स शोभराज ने महिलाओं को निशाना बनाना शुरू कर दिया। वह पहले महिलाओं से दोस्ती करता और फिर ड्रग्स देकर मार देता था। उसने दुनिया में घूम-घूमकर न जाने कितनी ही हत्याएं और अन्य अपराध किए और पुलिस को चकमा देता रहा।
चार्ल्स शोभराज अब एक बार फिर सुर्खियों में है क्योंकि नेपाल की सुप्रीम कोर्ट ने उसकी रिहाई का आदेश दे दिए हैं। चार्ल्स शोभराज 2003 से नेपाल की जेल में बंद है। साल 2003 में चार्ल्स शोभराज को दो विदेशी महिलाओं की हत्या का दोषी करार देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी। अब जब चार्ल्स शोभराज 19 साल बाद जेल से रिहा हो रहा है, तो उसके जुर्म की कहानी एक बार फिर याद आ गई है।
बिकिनी किलर नाम से कुख्यात अंतर्राष्ट्रीय अपराधी चार्ल्स शोभराज (Charles Sobhraj) अपनी जवानी के दिनों में द स्प्लिटिंग किलर और द सर्पेंट जैसे नामों से भी काफी चर्चित रहा है। उसकी गिरफ्तारी के कई वर्षो बाद भी एक संदिग्ध सीरियल किलर, जालसाज, सुरक्षा व पुलिसकर्मियों की आंखों में धूल झोंककर फरार होने वाले शातिर अपराधी की जिंदगी आज भी फिल्म और ओटीटी निर्माताओं को आकर्षित करती है। आइए, हम उसके जीवन पर बनी कुछ फिल्मों पर नजर डालते हैं।
शैडो ऑफ द कोबरा (1989)
यह टीवी फिल्म रिचर्ड नेविल और जूली क्लार्क की पुस्तक ‘द लाइफ एंड क्राइम्स ऑफ चार्ल्स शोभराज’ पर आधारित है. दो घंटे 45 मिनट की यह टीवी फिल्म दो एपिसोड में विभाजित है। अस्सी के दशक के दर्शकों के लिए पुस्तक की सामग्री को अद्यतन किया गया। फोकस इस बात पर था कि 1970 के दशक के दौरान दक्षिण पूर्व एशिया में पश्चिमी पर्यटकों पर शोभराज ने कैसे हमला किया था। इस फिल्म में पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश अभिनेता आर्त मलिक ने शोभराज की भूमिका निभाई है। उन्होंने फिल्म में उम्दा काम किया। ऑस्ट्रेलियाई अभिनेत्री हेलेन बुडे ने शोभराज की प्रेमिका मोनिक लेक्लर की भूमिका निभाई।
शोभराज, ऑर हाउ टू बी फ्रेंड्स विद ए सीरियल किलर (2004)
वर्ष 2004 में फिनलैंड के फिल्म निर्माता जान वेलमैन ने शोभराज, ऑर हाउ टू बी फ्रेंड्स विद ए सीरियल किलर (2004) नामक डॉक्यूमेंट्री बनाई। फिल्म ने उस समय इस विषय में नए सिरे से रुचि पैदा की, इस तथ्य को देखते हुए कि 22 सितंबर, 2003 को शोभराज को गिरफ्तार किया गया था।
मैं और चार्ल्स (2015)
चार्ल्स की जीवनी पर आधारित प्रवाल रमन की 2015 में रिलीज हुई फिल्म मैं और चार्ल्स में रणदीप हुड्डा ने लीड रोल किया है। वरिष्ठ पुलिस अफसर आमोद कंठ, जो शोभराज मामले को देख रहे थे, की भूमिका आदिल हुसैन ने निभाई है। यह एक प्रभावशाली फिल्म तो थी, मगर यह बॉक्स ऑफिस पर बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाई। निर्देशक रमन ने कहा कि वह शोभराज की तत्कालीन इमेज को पर्दे पर दर्शाना चाहते थे जिसे उन्होंने सार्वजनिक रूप से एंजॉय किया था।
रमन का कहना है, मैंने उसे हमेशा उसी तरह परदे पर पेश करने का प्रयास किया जिस तरह से उसने योजना बनाई और दुनिया के लिए अपनी छवि को चित्रित किया। वह एक शातिर अपराधी था जो पढ़ा-लिखा था, स्मार्ट भी था, मगर कानून की नजर में गलत रास्ते पर था। वह मुख्य हथियार के रूप में मार्केटिंग और पीआर की वैल्यू को भलीभांति समझाता था। लेकिन उसका यह चित्रण तब विफल हो जाता है, जब कोई स्पष्ट रूप से इस बात का संज्ञान लेता है कि विभिन्न देशों की पुलिस और कानून ने उसे बहिष्कृत कर दिया।
तिहाड़ जेल से भागने में शोभराज के साथी रिचर्ड थॉमस की भूमिका निभाने वाले अभिनेता एलेक्स ओ’नेल का कहना है कि उनके चरित्र के लिए शोध के दौरान उन्हें इस बात की जानकारी मिली कि शोभराज के आसपास के लोग उनकी संगति से किस कदर प्रभावित थे।
द सर्पेट (2021)
नए ओटीटी सीरीज द सर्पेंट के साथ शोभराज का जीवन एक बार सुर्खियों में है। इसमें फ्रांसीसी मूल के अल्जीरियाई अभिनेता तहर रहीम मुख्य भूमिका में हैं जो शोभराज का किरदार निभा रहे हैं। आठ-एपिसोड वाली यह सीरीज शोभराज के जीवन पर आधारित नवीनतम शो है। इस शो में शोभराज को एक निर्दयी हत्यारे के रूप में दिखाया गया है। इस शो के दूसरे एपिसोड में परिस्थितियों के शिकार के रूप में उसे चित्रित करने की बहुत कम गुंजाइश थी। दूसरे एपिसोड में उसे इस बात पर जोर देते हुए दिखाया गया है कि जब वह 15 साल का था तो उसे लगा कि वास्तव में उसे कोई नहीं चाहता। वह हर चीज से वंचित रहा। हालांकि, द सर्पेट के अधिकांश भाग में शोभराज को एक संगदिल, दानव प्रवृत्ति वाले इंसान के रूप दर्शाया गया है, लेकिन इस सीरीज में कई दृश्यों के माध्यम से उसके मानवीय पहलू को भी दर्शाने की कोशिश की गई है।
डॉन का इंतजार तो 11 मुल्कों की पुलिस कर रही
एक बार एक इंटरव्यू में रणदीप हुड्डा ने बताया था कि अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘डॉन’ का मशहूर डायलॉग-डॉन का इंतजार तो 11 मुल्कों की पुलिस कर रही है- शोभराज की जिंदगी से लिया गया था।
कौन था चार्ल्स शोभराज?
‘द सर्पेंट’ वेब सीरीज में चार्ल्स शोभराज की गिरफ्तारी की कहानी भी दिखाई गई है। चार्ल्स शोभराज की गिरफ्तारी 2003 में हुई थी। गिरफ्तारी से एक दिन पहले वह काठमांडू पहुंचा था। वहां उसने अपने लिए थामेल होटल बुक किया था। वियतनाम मूल के चार्ल्स शोभराज का जन्म 1944 में हुआ था। जहां चार्ल्स शोभराज के पिता भारतीय थे, वहीं मां वियतनाम की थीं। चार्ल्स शोभराज को पहली बार जेल 1963 में हुई थी। तब उसे पोईसी जेल में रखा गया था। बताया जाता है कि इस जेल में खूंखार कैदी थे और उनके बीच रहकर चार्ल्स शोभराज और भी खतरनाक हो गया। यहां से छूटने के बाद चार्ल्स शोभराज ने हाई सोसाइटी के लोगों को निशाना बना शुरू कर दिया।