चेतावनी देने वाले बोर्ड को हटाने का प्रयास, भड़के लोगों ने किया प्रदर्शन

कोरबा 17 जनवरी। मिनीमाता हसदेव बांगो देशी बांध परियोजना के अंतर्गत दर्री स्थित हसदेव बरॉज पुल की सड़क अरसे से खस्ताहाल है। नाम के लिए औपचारिक निगरानी की जा रही है। इधर भारी वाहनों के मामले में चेतावनी देने वाले बोर्ड को हटाने की भी तैयारी कर ली गई है। इसे लेकर लोग भड़क गए। उन्होंने यहां पर जमकर प्रदर्शन किया।

दर्री से गोपालपुर तक फोरलेन सड़क बनाने की योजना तैयार कर ली गई है लेकिन यह काम कब पूरा होगा, यह तय होना बाकी है। इससे पहले दर्री में ध्यानचंद चौराहा से हसदेव बरॉज पुल तक की सड़क बुरी तरह से जर्जर है। बारिश से लेकर अब तक के सीजन में यहां से आवाजाही के दौरान लोगों को कई तरह की समस्याएं पेश आई। अनेक अवसरों पर अलग-अलग संगठनों ने प्रदर्शन किये और जिम्मेदार अधिकारियों को जगाने का प्रयास किया। पीडब्ल्यूडी और नगर निगम एक-.दूसरे पर जिम्मेदारी थोपने में लगे हुए हैं। इससे अलग जल संसाधन विभाग ने दर्री की दिशा में चेतावनी देने वाला बोर्ड लगा रखा है जिसमें इस बात का जिक्र है कि 20 टन वजन से अधिक क्षमता के वाहनों का परिचालन यहां से प्रतिबंधित है। इसके माध्यम से पुल की दशा और संबंधित खतरे की तरफ इशारा किया गया है ताकि इसकी अनदेखी ना हो और दुर्घटना को टाला जा सके। इन सबके बीच आज सिंचाई विभाग के कुछ कर्मी इस बोर्ड को हटाने के लिए पहुंच गए। जानकारी होने पर क्षेत्र के लोगों ने यहां प्रदर्शन किया। वे जानना चाह रहे थे कि किस अधिकारी के कहने पर इस बोर्ड को हटाने का काम किया जा रहा है। लोगों के हावी होने पर कर्मचारी यहां से भाग निकले। लोगों का आरोप है कि ट्रांसपोर्टर्स को अधिक क्षमता वाले वाहन पार करने के लिए इस तर से विकल्प दिया जा रहा है ताकि उनका काम हो और जवाबदेही भी ना बने।

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