जनपद विकास निधि राशि आबंटन को लेकर सामान्य सभा में जमकर हुआ हंगामा

कोरबा 26 अक्टूबर। जनपद पंचायत कोरबा के सभागृह में आयोजित सामान्य सभा के दौरान जनपद विकास निधि की रशि आवंटन को लेकर जमकर हंगामा हुआ है। बतौर विकास निधि 28 लाख रूपये के खर्च को लेकर अध्यक्ष और उपाध्यक्ष में विवाद अनसुलझा रहा। बैठक में उपस्थित सभी 24 सदस्य प्रत्येक जनपद क्षेत्रों के विकास कार्य में 28 लाख राशि को खर्च करने पर अड़े रहे। उपाध्यक्ष ने खर्च की स्वीकृति तो दे दी लेकिन अध्यक्ष ने इंकार कर दिया। घटों विवाद के बाद निर्णय नहीं होने पर सदस्यों ने कोर्ट के शरण में जाने की चेतावनी दी है।

जनपद पंचायत में लंबे समय बाद सामान्य सभा की बैठक आयोजित की गई थी। इस आशय की जानकारी देते हुए उपाध्यक्ष कौशल्या वैष्णव ने बताया कि बैठक निर्धारित समय के बजाए दोपहर साढ़े तीन बजे शुरू हुई। बैठक में एजेंडेवार चर्चा हुई जिसमें पूर्व सामान्य सभा के बैठक में लिए गए निर्णय की समीक्षा हुई। चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों सेवा काल बढ़ाए जाने पर चर्चा हुई। जैसे ही जनपद के क्षेत्रवार विकास कार्य के मुद्दे की बारी आईए सभी सदस्यों जनपद विकास निधि के आवंटन की मांग की। उपाध्यक्ष वैष्णव ने बताया कि विकास निधि में 28 लाख आया था। जिसमें 15 लाख अध्यक्ष और 13 लाख रूपये उपाध्यक्ष की अनुसंशा से खर्च होना है। वैष्णव ने बताया कि वह बतौर उपाध्यक्ष 13 लाख रूपये सभी सदस्यों के क्षेत्र में विकास के लिए देना चाहती है। इस पर सदस्यों ने कहा कि उपाध्यक्ष की तरह अध्यक्ष भी 15 लाख को प्रत्येक क्षेत्र के विकास के लिए प्रदान करें। उपाध्यक्ष कौशल्या वैष्णव ने बताया कि उपाध्यक्ष हरेश कंवर ने 15 लाख क्षेत्र में खर्च करने के लिए मना कर दिया। इसी बात को लेकर बैठक में हंगामा हुआ। 28 लाख रूपये को 24 क्षेत्रों में बांटा जाए तो प्रत्येक सदस्य के क्षेत्र में 1.16 लाख का काम होगा। उपाध्यक्ष वैष्णव का कहना है वास्तविकता तो यह है कि अध्यक्ष कंवर 15 लाख खर्च कर चुकी हैं। यही वजह है कि अब वह सदस्यों को आवंटन देने से इंकार कर रही हैं। इस संबंध पूछे जाने पर अध्यक्ष हरेश कंवर ने कहा कि वह बैठक के संबंध में मैं कुछ भी बोलना नहीं चाहती। जिला पंचायत सीईओ जीके मिश्रा ने कहा कि बैठक सामान्य रूप से संपन्ना हो गया। आगामी बैठक में नए सिरे से निर्णय ली जाएगी।

सामान्य सभा की बैठक का समय सुबह 11 बजे तय किया गया था। बैठक में शामिल होने के लिए रामपुर विधायक ननकीराम कंवर भी पहुंचे थे। कलेक्ट्रेट में आवश्यक बैठक होने के कारण जनपद सीईओ समय पर उपस्थित नहीं हुए। विधायक ननकीराम बैठक में शामिल होने के लिए घंटे भर इंतजार करते रहे। इसके बाद भी जनपद अधिकारी जीके मिश्रा के कलेक्ट्रेट बैठक से नहीं लौटने पर वे वापस लौ गए।

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