आखिर किसने किया विश्वासघात ?
न्यूज एक्शन । देशभर में मोदी की ऐसी सुनामी आई कि सत्ता वाले प्रदेशों में भी कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया । कांग्रेस ने जहाँ विधानसभा चुनाव में जीतकर सरकार बनाई वहां भी लोकसभा चुनाव में सीटों के लिहाज से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा । कमल के आगे गठबंधन भी कमाल नहीं दिखा सका । मोदी लहर में कमजोर माने जा रहे भाजपा प्रत्याशी भी जीतकर संसद भवन में एंट्री कर गए । मगर कोरबा सीट पर कमल मुरझा गया । जबकि 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जीत दरूज की थी । मोदी लहर उस बार भी थी और इस बार भी , मगर चूक कहां हो गई कि भाजपा निपट गई । भाजपा अपनी हार का कारण तलाश रही है । हार के कारणों में से एक बड़ी वजह विश्वासघात को माना जा रहा है ।पार्टी के भीतरखाने में भीतरघात की बातें होने के साथ अब सुनाई भी पड़ने लगी है । आखिर पार्टी के उन चेहरों को क्या भाजपा बेनकाब कर पाएगी या नहीं यह एक बड़ा सवाल है या फिर विश्वासघाती नेता अपने पार्टी आलाकमान का विश्वास जीतने में कामयाब हो जाते हैं ।