नगर निगम में संविदा नियुक्ति का अर्थ क्या?
न्यूज एक्शन। प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल द्वारा खर्चों मेंं कटौती के लिए पूर्व की सरकार द्वारा नियुक्त सेवानिवृत्त कर्मियों की संविदा नियुक्ति को निरस्त कर दिया है, लेकिन कोरबा नगर निगम में उल्टी गंगा बह रही है। नगर निगम के आयुक्त रहे और सेवानिवृत्त अशोक शर्मा को अपर आयुक्त के पद पर एक साल के लिए संविदा नियुक्ति दी गई है। आखिर इसके पीछे क्या सोच है। क्या इससे नगर निगम का स्थापना खर्च नहीं बढ़ेगा। एक ओर राज्य के मुखिया खर्च को कम करने के लिए कदम उठा रहे हैं। वहीं नगर निगम में खर्च को बढ़ाया जा रहा है। क्या इसे मुख्यमंत्री की संदेश की अनदेखी नहीं कही जा सकती। नगर निगम में अपर आयुक्त के नियुक्ति की जमकर चर्चा होने लगी है। लोग सीएम के खर्च कटौती के संदेश और अपर आयुक्त के नियुक्ति से नफानुकसान का आंकलन अपने हिसाब से कर रहे हैं।