अमेरिकी रुख से यूरोप में हड़कम्प

म्यूनिख। जर्मनी के म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में अमरीका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के यूक्रेन और यूरोप की सुरक्षा को लेकर अपनाए गए उदासीन रवैये से यूरोप के नेताओं में खलबली है। वैस ने कहा था कि यूरोप को रूस या चीन से नहीं बल्कि उसके अंदर से ही खतरा है।
म्यूनिख में दिए गए वेस के इस भाषण का अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने भी समर्थन किया है। ट्रंप के नेतृत्व में अमरीका के इस बदले हुए रुख के बाद यूरोप के नेता नए हालातों पर मंथन करने के लिए पेरिस में जुट गए हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के नेतृत्व में बुलाई गई इस आपातकालीन बैठक की जानकारी पोलिश विदेश मंत्री सिकोरस्की राडोस्लाव ने दी। उन्होंने कहा, मुझे खुशी है कि राष्ट्रपति मैक्रों ने सभी नेताओं को पेरिस बुलाया है।
सिकोरस्की ने कहा कि बैठक में ट्रंप के हालिया कदमों को ‘बहुत गंभीर तरीके से संबोधित किया जाएगा। यूरोप के लिए यह बैठक कितनी अहम है इसका अंदाजा ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के बयान से लग सकता है। बैठक में शामिल होने की जानकारी देते हुए स्टार्मर ने कहा, यूरोप इस समय राष्ट्रीय सुरक्षा के ऐसे मोड़ पर है, जो कि पीढ़ियों में एक बार आता है। जर्मनी के राष्ट्रपति ओलाफ शॉल्ज, पोलेंड के राष्ट्रपति डॉनल्ड टस्क और नाटो महासचिव मार्क रुटे भी इस सम्मेलन में शामिल होंगे। बैठक में इटली, स्पेन समेत यूरोप के अहम नेता भी पहुंच रहे हैं।
यूरोप की यह आपात बैठक ऐसे समय बुलाई गई है जब यूरोप के विदेश मंत्री और सुरक्षा सलाहकार अगले सप्ताह सऊदीअरब में रूसी प्रतिनिधि से मिल रहे हैं। यूक्रेन में शांति स्थापित करने के लिए आयोजित इस बैठक में यूरोप के नेताओं और यूक्रेनी प्रतिनिधि को नहीं बुलाया गया है। इतना ही नहीं, अमरीका के रूस और यूक्रेन के लिए विशेष दूत कीथ कैलोग ने स्पष्ट कर दिया है कि शांति वार्ता में यूरोप के लिए कोई जगह नहीं होगी। दूसरी ओर कैलोग ने यूक्रेन के लिए अपनी शांति योजना को यूरोपीय नेताओं को सौंप दिया है। इसकी जानकारी देते हुए पोलैंड के विदेश मंत्री सिकोस्की ने बताया कि अमरीका की यूक्रेन को लेकर योजना काफी अलग है। हमारी ओर से अमरीका को शुभकामानाएं।
यूरोप को लेकर ट्रंप की बेरुखी उस समय भी सामने आ गई जब ट्रंप से ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की आगामी वाशिंगटन यात्रा के बारे में पूछा गया। ट्रम्प ने कहा है कि स्टार्मर ने ही मुलाकात के लिए अनुरोध किया था। मैंने नहीं। ट्रंप ने कहा, उन्होंने एक बैठक के लिए कहा और मैं सहमत हो गया। बातचीत का एजेंडा पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा, मुझे नहीं पता। यह उसका अनुरोध था, मेरा नहीं। लेकिन उसे मुझसे मिलने आना होगा। उधर ब्रिटेन के वाणिज्य मंत्री ने कहा है कि ब्रिटेन ट्रंप और यूरोप के बीच एक संवाद सेतू बन सकेगा।